गुरु जी ने बताया कि
🌿जितना मन के भीतर संसार होगा उतनी ही मन मे पवित्रता आएगी मन में संसार को मत आने दो ।
🌿मन मे संसार को बसाकर हम कभी शांति नही पा सकते ।
🌿” मैं ” की उपस्थिति हमे मन मे संसार भरने में मजबूर करती है ।
🌿जितना संसार मन में होगा उतना ही जीवन बोझमय होगा ।
5 сен 2024