बहुत अच्छा लगा,बेटा। हमारे गांव का भ्रमण किया।कभी चांई गांव से तिब्बती लामाओं का ब्यापार होता था।१९६२में भारत -चीन युद्ध के बाद तिब्बत को चीन ने हड़प लिया।दलाई लामा सहित हजारों तिब्बतियों ने भारत में शरण ली और आज भी भारत के विभिन्न हिस्सों में बसे हैं। जोशीमठ के कई गांवों के नाम लगभग ऐसे ही देखने को मिलते है,पर चीन से हमारा कोई वास्ता नहीं है। ग्रामीण अंचलों में जानकारी कम होने के कारण चीन का हवाला देते हैं। जबकि चीन का इस क्षेत्र से कोई नाता नहीं था। आपने सीता माता के दर्शन किए, आशीर्वाद लिया, अच्छी बात है। यहां के मन्दिर की जानकारी मिली, बुजुर्गों ने अपनी राय अपने ज्ञान के आधार पर दी, परन्तु मैं यहां का उल्लेख कर दूं। वाल्मीकि रामायण में उल्लेख है कि यहां पिछले जन्म में मां वेदवती (सीता)ने यहां नारायण (विष्णु)को पाने के लिए तपस्या की,अपने दूतों के माध्यम से रावण को पता चला कि कोई कन्या तपस्या कर रही है। रावण ने उनकी तपस्या भंग कर उनके केश खिंचे,मां भगवती ने उन्हें यही शाप दिया कि मेरे ही कारण तुम्हारा अन्त होगा और वही कर विलुप्त हो गई।अगला जन्म त्रेता युग में सीता मां के कारण ही रावण का अन्त हुआ। संक्षिप्त में मैंने यहां की जानकारी दी। अच्छी बात है, पदयात्रा कर रहे हो।मेरी तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं।
सरकार को बॉर्डर लाईन एरिया में स्मार्ट विलेज बनाना चाहिए बागवानी पशु पालन कुटीर उद्योग टूर ट्रेवल को बढ़ावा देना चाहिए स्थानीय लोगों को आत्म रक्षा के प्रशिक्षण देना चाहिए।
बहुत अच्छी जानकारी मिली आपको बहुत-बहुत धन्यवाद माता सीता से जुड़ी भूमि और मंदिर का दर्शन साथ ही यहां के अच्छे लोगों से भी परिचित इस वीडियो के माध्यम से हुए आप सब को मेरा नमस्कार 🚩
Very nice 👍 wow 😲 wow knowledge full video 📸 vlog of ( chai village) actually name is Sita pur सीता पुर गांव last village is Bharat भारत महान हमारा देश का ok 🙏 thanks 👍 Bhai Jaan dil ❤️ से go ahead ✌️😁
सर जी, नमस्कार, हमने आपके वीडियो को लाइक और चैनल को सस्कराइब कर दिया है। हमें आपकी वीडियो बहुत अच्छी लगी। भारत से बाहर सीता माता और हनुमान जी का एक ही मंदिर है श्रीलंका में। अशोक वाटिका आज भी श्रीलंका में है। रावण से जुड़े बहुत से सबूत आज भी श्रीलंका में है। आपने सीता माता का एकमात्र दूसरा मंदिर उत्तराखंड में दिखा दिया। उसके लिए हम दिल से शुक्रिया। ❤जय देवभूमि उत्तराखंड 🙏🏾
मैं,, महेश प्रसाद शर्मा मध्यप्रदेश के रायसेन जिले की बरेली तहसील में रहता हूँ,,, मैं 2014 में उतराखंड,,, बद्रीनाथ आया था,,,,,,, लेकिन टैक्सी से आया था,,,,,,,, अब जब भी ईश्वर बुलाएँगे इसी तरह इस गाँव में आना चाहूंगा
सीता माता का एक मन्दिर जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकास क्षेत्र कोट पट्टी सितोंनस्यूं के एक गाँव में भी है। सीता माता का मन्दिर होने के कारण इस पट्टी का नाम सितोंनस्यूं पड़ा। हर साल दीपावली के बाद यहाँ एक मेला लगता है जिसे सीता माता का मेला कहते हैं।
Sach me gaon ke log bhut ache he or gaon bhi bhut sundar he man ke sche log dekhe life aaj aajkl log bhut kam baate krte par ye log etna pyar se baat kr rhe he video me dil khush huaa dekh kar
bahut achha laga chaigav dekh kar Sita Mata ka tyag Kiya or yaha Aakar ruke the keisi jagah par laye or valmikiji ka Aashram Mila ...yoganuyog sab hota hei....
Really heart touching video. A beautiful people with a beautiful heart. Really I enjoyed ur video Bhai. Thank u. I recall my grand parents village... Thank u bhai. God bless u.