सर आदमी कहते हैं तुम अब मुझे कमा कर खिलाओगी तब हम खाएंगे। बोलते हैं महिलाओं का काम घर संभालने की जिम्मेदारी है वहीं करो जादा अच्छा रहेगा । ऐसी मानसिकता हो जिस समाज में देश में वह समाज और देश कैसे तरक्की कर सकता है 😓😓😓😓
पहले ये भी देखो आजकल को महिलाएं घर बाहर काम करने जाने के नाम पर क्या क्या कांड करती हैं जो बेचारी जिनको उनके घरवाले भेजते भी हैं उन्हें ओछे चरित्र की महिलाएं ऐसा काम कर देती हैं बेचारियों के सपने भी पूरे नहीं हो पाते
Sir aap bolte hai ki ladko ko hi rojgar pura nhi ho rahi hai aur aap china se bharat ki ladki ki tulna karte hai bharat me pahale purush ki yogyata anusar kam mile ?......ya company to ho......jiska saman sale karne ke liye bidesh jana pare