Just what I was talking to my family about. My birthday is on Chhoti Diwali, hence tithi wise every Chhoti Diwali or narak Chaturdashi is my birthday irrespective of the date it falls on. Thank you for a most topical discussion. We need to reclaim our true birthday and enjoy the bounty of our very own nakshatra.
तिथि के अनुसार जन्म दिन मनाना कठिन नहीं है अगर किसी को हिन्दू मास के नाम, फिर तिथि कृष्ण पक्ष या शुक्ल पक्ष में और उस दिन क्या जन्म का समय हुआ? इन सब से जन्म कि तिथि का ज्ञान होता है और सही कहा है कि जन्म तिथि के अनुसार मनाना चाहिए अर्थात सनातन या हिन्दू संस्कृति के अनुसार.
मैं मेेरा जन्मदिन तिथि अनुसार मनाता हूँ। क्या यह वाक्य सम्यक् है? जन्मदिन बोले तो वह तिथि को भी ग्रहण करेगा ना! तिथ्यनुसार वर्धापनदिन मनाते समय क्या हम 'जन्मतिथीयं भवतु मङ्गलम्' बोले या 'जन्मदिनमिदं भवतु मङ्गलम्' बोले?
)Thank you for the important topic. I will find out janma nakshtra and tithi for my family members as per the information. Which aunthetic panchang is authentic ?
महोदय, मेरा नाम दिव्यांश पाण्डेय है, मैं प्रयागराज से दसवीं का छात्र हूं। मैं यह जानना चाहता हूं कि मेरे नाम का उचित अर्थ क्या है और हमारे ग्रंथों में किसे इस नाम से संबोधित किया गया है।
सूर्यवर्ष के अनुसार दिनांक अर्थात् जन्मदिनांक कहना सम्यक होगा , जन्मदिन में दिन का अर्थ वार के अर्थ में होता है , अर्थात् यदि किसी का जन्म मंगलवार को हुआ है तो वह उसका जन्मदिन से आशय मंगलवार से होगा और दिनांक का अर्थ मास के अंक से होगा तिथि स्पष्ट की ही जा चुकी है जो चन्द्रमास से संबंधित है । यद्यपि हिन्दी शब्द मास भी चन्द्र मास से ही संबंधित है चन्द्र को संस्कृत में चन्द्रमस् कहा जाता है मस् से व्यकलित मास है । क्योंकि किसी के उत्पाद में उस के नामकरण में पद ( शब्द) के प्रथम ह्रस्व स्वर को दीर्घ कर दिया जाता है । अतः मस् से मास हो जाता है जो चन्द्रमास को संक्षेप में केवल मास कहा जाता है चन्द्र का विलोप हो जाता है ।अपरतः वर्ष शब्द सूर्य से संबंधित है क्योंकि ऋतुओं का चक्र पृथ्वी की सूर्यः परिक्रमा से चलित है और वर्ष का प्रारंभ वर्षर्तु से माना जाता था ।
यह निश्चित संस्कृत नाम है हर भगवान का 1 नाम है जिसका शाब्दिक अर्थ है हरने वाला या हरण करने वाला जो प्रेम से हरण ( जीता गया हो या जिता जा सकता है ) वह हरप्रीत कहा जाएगा इसको जिसकी हरि में प्रीति हो हरि भी हर से बना है जो हर ले ( आकर्षित करता है ) वह ही हरि है ।