अससलुआलेकुम रहमतुलाह मुझे मोहतरम इमान प्रतापगढ़ का सम्पर्क सूत्र दे दीजिए गा सर हर इस्टेज पर मुशायरे के मुल्क के ओर बहरूनी मुलक लन्दन इरान तूरान मे कांग्रेस से जुड़े पर सियासत को आगे अदब को पीछे कर दिया है आजकल एक साफ सुथरी छबी की मोहतरमा इकरार हसन के उपर डाल डाल कर घिनौनी शायरी कर रहे है अब से 10 बरस पहले की शायरी ओर आजकल की शायरी इमरान की जमीन धरती आसमान का फर्क है मदरसे वाला गीत फलस्तीन नज्म मा वाली यहा तक तो ठीक है मुझे तो यू लग रहा है इधर उधर से कलाम लिखवाकर अपने तरनुम खुदा गिफ्ट का नाजायज फायदा लाभ उठा रहे है इमरान का मोबाईल न मुझे दे शायद कुछ समझ मे आ जाए मेरी नात का मतला मेने तारीफ के मेदान मे दम तोढ दिया। लिख चुका नातेमुहमद तो कलम तोढ दिया हाजी आलम तपिश नहटोरवी थेनकस