कृपया लेखक पदम जी ध्यान दें! जिन्होंने पुण्य तो किया था, पर पाप हो गया | की जगह होना चाहिए था - जिन्होंने पाप न किया था, पर पाप हो गया | उस पर भी चंंचल जी दो बार चूके और कह गए-"जिन्होंने पुण्य तो किया है पर पापी न थे |" हालांकि कोरसवालों ने संभाल लिया | जोश में होश खो देते हैं मान्यवर |