बहुत सुन्दर सवाल, सुन्दर जबाब गीत | एक इशारा और- राम लखन वन पथ पे जात संग सीता सुकुमारी, कौन हैं संंग में सुमुखि तुम्हारे पूछत सब नारी | सहज सुभाय सुभग तन गोरे |नाम लखन लघु देवर मोरे || खंजन मंजु तिरीछे नयननि |निज पति कहेउ तिन्हहिं सिय सयननि || सयननि= इशारे से | चितइ राम तन प्रेम की बरसात हो गई | तो, इशारों ही इशारों में सब बात हो गई ||