गुरुदेव आपके चरणों में सादर प्रणाम । मै यह गाना 2016 से अब तक सुनता आ रहा और हमेशा सुनता हूं जब मन करे पर mughe इसके रियल वॉइस का पता अब लगा ओ गुरुदेव जी आप है।।। बहुत सुंदर गीत गुरुदेव।प्रणाम 🙏🙏🙏🙏
मैं १५०० से ज़्यादा गाना गा चुके हव , पर जब बात सुकून के रहिथे मैं ए गाना ला सुनथव अद्भुत रचना हे भैया भूपेन्द्र साहू जी के धुन अउ लेखनी के कोई जवाब नई हे❤❤❤.
आजकल के संगीत के शोरगुल से अलग हटकर मन को सुकून देने वाली इस विधा की धारा को अविरल बहने दें । बहुत सुंदर बोल और उतना ही अच्छा भाव ! अशेष साधुवाद साहूजी 💐 जय जोहार ।
आदरणीय भूपेंद्र सर, आपके बहुत बहुत धन्यावाद जो ऐसे गीत बनाये हा, सीधा चिरते हुए दिल मा ही जाथे, ऐसे एक दिन भी नही जाये जब ये गाना ला मै नई सुनत होहु, दिन मा कई बार और सोये से पहले एक बार... सुनथव.. बहुत मया है ये गीत ले....
गुरुदेव साहू सर जी ला मैह दिल से धन्यवाद देवता हौ जेनह छत्तीसगढ़ के लोक गीत ,लोककला अउ लोक संस्कृति लोक परमंपरा ला जमो छत्तीसगढ़ कोना कोना मा पहुंचय के प्रयास में लगे हवय
2021 में भी ये आज गाना पहली चॉइस है सभी का।आप लीजेंड हो आपके git aaj bhi hm sbko आनंदित करती है। अलका di ,mithlesh ji, ममता जी, छाया जी के साथ आपकी गीत हमेशा आंदित करती रहेगी❤️❤️❤️❤️
हमर छ्तीसगढ़ी कला जगत के अपार ज्ञान के रखइया अउ हमर गरियाबंद के शान मोर गुरू देव भूपेन्द्र साहू जी ल जय जोहर 🙏 मे ह बचपन से ही भूपेंद साहू जी के गाना ल सुनत आय हो गुरू जी के गाना म अतेक मया हे कि ओकर सब्बो गाना ह मोर अंतस ल छू लेथे ..🌾🌾 मोर बचपन ले आसा रिहिस कि छत्तीसढ़ि कार्यक्रम म महू सामिल हो जाओ अउ आज मोर सपना घलो पूरा होगे 🙏 मैं अपन संगी संगवारी मन के चिन पह चान ले रंग सरोवर के डाहर ले कुछ कुछ कार्यक्रम म जाय के मौका मिलीस 🙏🙏 गुरू जी ल बहुत बहुत धन्यवाद 🙂
आज मैंने इस गाने को कम से कम पचास बार सुना मगर मन नहीं भरता इस गाने और संगीत और आवाज बहुत ही बढ़िया जितनी तारीफ करूं कम है आदरणीय भूपेंद्र जी एवं अल्का दी दी आप दोनों को कोटी कोटी प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 युवा धोबी समाज बिलासपुर संदीप रजक
बहुत सुंदर शब्द रचना बहुत सुंदर गायन शैली बहुत ही सुंदर संगीत बहुत ही सुंदर संयोजन बहुत सुंदर स्वर बहुत ही सुंदर परिकल्पना बहुत सुंदर सोच आपकी सोच को सलाम, आपको प्रणाम आदरणीय 🙏🙏🙏 💐💐💐💐
आदरणीय भूपेंद्र साहू जी के श्री चरणों में सादर चरण स्पर्श प्रणाम मैं सुदामा वर्मा कुल्लू परपोड़ी निवासी ध्यान होगा मैं आपसे तीन चार बार मिल चुका हूं रायपुर में गीत संगीत के सिलसिले में। खैर पुरानी बात है फिलहाल एगीत सुना देखा बहुत अच्छा लगा बहुत बढ़िया फिल्मांकन भी हुआ है इसके लिए आपको और आपकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई सर एक निवेदन है आपका मया के मड़वा एल्बम का एक गीत पानी रे पिए पियत भर ले दोष दारी झन छुटे जियत भरले यूट्यूब में जरूर शेयर करें धन्यवाद
आसने छत्तीसगढ़ी गाना मोर दिल ला बहुत ही सुकून देथे अब ऐसने गाना कहा बनाही भाई pls आप मन से निवेदन हे की आप मन ऐसे ही छत्तीसगढ़ी गाना बनाओ ple 🥺🥺🥺🥺❣️♥️❣️
ये गीत को मैं पहली बार सुनी पर सुनते ही रह गई बहुत सुंदर आवाज एक एक शब्द दिल को छू गए जितनी बार सुनू कम है । आपके सभी गीत जो अभी यूट्यूब में aplod हो रहें सभी बहुत सुंदर है
जब तक आप लोग है रंग सरोवर परिवार है कभी छहत्तीसगढ़ की परंपरा लोक गीत खत्म नही होगा यकीन है मुझे रंग सरोवर परिवार पर नई नदावय ग मोर छत्तीसगढ़ी भाखा के मयारू संस्कृति अउ परम्परा
गीत /संगीत के बिसे म सर जी ले कोन्हों नइ जीत सकै, एखर बर सर जी ल कोटीश: परनाम हे 🙏🙏🙏🙏 मोला ये वीडियो म बारूका गांव के एक झलक देखे बर मिलिस त वो दिन के सुरता आँखी के आगू म झूलत दिखिस. बीते दिन के सुरता नवा होगे जब हमन उंहा रही के संगीत के गुरु सिखत रहेन. "बारूका" गांव के माटी ल शत शत परनाम हे 🙏🙏🙏
Bahut hi restfull music..........man ko shanti mil gai.........dhanya he aap man k sangeet k bhaav...........dhanya he hamar chhattisgadh jeme aap jaise kalaakaar janm lehe haw.......jai chhattisgadh jai hind
Meri ak sister thi jise yah song bahut jyda pasand tha.. or tab to our Jab mai suna deta tha... wo is duniya ko bhagwan ke charno me chali gyi..mai ab jab ushki yaad aati hai ye gana sun leta hoon.. aap jo bhi yeh comment padh rahe hai upar wale se duwa karna ki meri sister ki atma ko santi de...🙏
कई बार सुन चुका हूं .. फिर भी बार बार सुनने का मन करता है। बहुत ही सुन्दर शब्द संयोजन किया गया है। मुझे संगीत की समझ तो नहीं है...फिर भी इस गीत को अंतस को शांति मिलती है। जय जोहार आदरणीय।
🙏🙏 राम राम जी भईया भूपेंद्र साहू जी ल ,, आप मनह बहुत सुंदर स्वच्छ दिल के बेताज बादशाह हो,,,, मौका देना चाहत हो त महू हर छोटे से स्कूली कलाकारी नाटक अभिनय में रूचि रखत रहेव,,, आप के साथ करे में मोला बहुत खुशी होही,,,, आप जरूर याद करव मोला,,,,,😊
भूपेंद्र साहू जी के आत्मा शरीर खून नस नस रग रग पूरा छत्तीसगढ़ी कला संस्कृति बर समर्पित हे। आपके हर गीत हर music राग धुन लिरिक्स सबमे छत्तीसगढ़ी माटी के महक बसे हे। बहुत बहुत धन्यवाद साहू जी। लेकिंन जो सम्मान आपला मिलना रिहिस ओ आपला नई मिल पइस
जतका सुंथव ये गाना ला ओतका अधूरा लगते ,,मन नई भरे,,,ऐसे ऐसे गाना हमर धरोहर के सुंथव ,मोला अहसास होते ,,मैं छत्तीसगढ़िया हाव 🙏🙏🙏🙏 सदर प्रणाम भूपेंद्र सर,,,हमर संस्कृति ला बचाए रखे बर
🙏आप जईसे कलाकार के उपर सौंहत सरस्वती दाई हा समाए हे गुरूजी बार बार प्रणाम करत हो ,मोला गर्व हे कि ऐसे कलाकार हमर क्षेत्र बारूका . गरियाबंद के हरे । 🙏 मोर ग्राम सरकडा़ , पोस्ट- पाण्डुका ,जिला गरियाबंद . छग
ये गीत में भूपेन्द्र सर ह अपन जी जान ल झोंक देहे। अइसे लगथे कि आप मन ह अपन पूरा ज्ञान अउ विद्या ल ये गीत म पिरो दे हव सर। तारीफ़ के लिए शब्द नई हे। अल्का दीदी के आवाज़ तो दिन-ब-दिन अउ निखरत हवय। 😊🙏🙏