'थ्री इडियट्स' के 'राजू' का फिल्मी करियर नहीं था आसान, एक फिल्म के लिए तो 40 बार दिया ऑडिशन
शरमन जोशी बॉलीवुड के उन कलाकारों की सूची में शुमार हैं जिन्होंने बतौर सोलो हीरो तो बड़ी फिल्में अपने नाम नहीं कीं, लेकिन कई सुपरहिट फिल्मों में अहम किरदार निभाए और सभी के दिलों को जीता। शरमन ने वैसे तो फिल्मों में कई अलग-अलग तरह के किरदार निभाए लेकिन कॉमेडी में शरमन को दर्शकों ने सबसे अधिक पसंद किया। इस साल शरमन अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं। आइए इस खास मौके पर डालते हैं एक नजर उनके फिल्मी करियर पर ...
शरमन जोशी ने अपने करियर की शुरुआत गुजराती थिएटर से की थी। शरमन के पिता अरविंद जोशी गुजराती थिएटर और फिल्मों के जाने-माने आर्टिस्ट थे। शरमन की पहली फिल्म 'गॉडमदर' थी। वहीं एक इंटरव्यू में शरमन ने बताया था कि शुरुआत में उनकी कॉमिक टाइमिंग बहुत खराब थी। उन्होंने कहा था, 'लोगों ने मेरी बड़ी आलोचना की लेकिन हमारे निर्देशक शफी ईनामदार ने मुझे बड़ा हौसला दिया। प्ले के करीब 50 शो होने के बाद जाकर मेरे अभिनय में सुधार आया।' वैसे तो शरमन कई फिल्मों में काम कर चुके हैं लेकिन उनकी हिट लिस्ट में 'गोलमाल', 'स्टाइल', '3 इडियट्स', 'रंग दे बसंती' और 'एक्सक्यूज मी' जैसी फिल्में शामिल हैं।
लेकिन यह बात काफी कम लोग जानते हैं कि 'रंग दे बसंती' और '3 इडियट्स' जैसी फिल्मों में दमदार अभिनय कर चुके शरमन को फिल्म 'फरारी की सवारी' के लिए 40 बार ऑडिशन देने पड़े थे। 'फरारी की सवारी' के निर्माता विधु विनोद चोपड़ा थे जिसमें लीड रोल हासिल करने के लिए शरमन को कई पापड़ बेलने पड़े थे।
1999 में आई फिल्म 'गॉडमदर' से अभिनय की दुनिया में कदम रखने के 13 साल बाद साल 2012 में रिलीज हुई फिल्म 'फरारी की सवारी' में लीड रोल (सोलो हीरो) में नजर आए थे। आखिर उन्हें इतना वक्त क्यों लगा? इस सवाल का जवाब देते हुए शरमन ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'भई देखिए मैं तो लंबी रेस का घोड़ा हूं। मुझे कोई जल्दी नहीं है। मैं आपको इस बात के लिए पूरी तरह से आश्वस्त कर सकता हूं कि मैं जो भी फिल्म करूँगा वो एक बढ़िया फिल्म होगी। आपके समय और आपके पैसे के लायक होगी। जब आप सिर्फ अच्छा काम करना चाहते हैं तो उसमें आपको वक्त लगता है और मैं अपना वक्त देने को तैयार हूं।'
27 апр 2021