राजस्थान के ऐसे कलाकार जिन्होंने अपने पोलियोग्रस्त पैर की दिव्यांगता को मात देकर मजबूत इच्छा शक्ति का परिचय दिया। परिहार ने दो घंटे लगातार भवई नृत्य कर भवई सम्राट के रूप में प्रसिद्धि पाई। वे एकमात्र कलाकार है जो सर पर नौ मटके रखकर सात व नौ थालियां एकसाथ घुमाते हुए नृत्य करते है। मोमासर उत्सव में सुनिल ने शानदार भवई नृत्य की प्रस्तुति दी। दो बच्चों के पिता सुनिल ने नागरिकों से कलाकारों के लिए एक मार्मिक अपील भी की, आप भी पूरा वीडियो देखें व लाइक और शेयर जरूर करें जिससे कला का सम्मान बढ़ सके। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के समस्त प्रमुख आयोजन और प्रामाणिक व विश्वसनीय समाचारों के लिए चैनल को सब्सक्राइब करें व बेल आइकन दबाना नहीं भूले।
16 окт 2022