दुनिया बनाने वाले क्या तेरे मन में समाई काहे को दुनिया बनाई। इस लाजवाब गीत को आज भी हर भारतीय बड़े शौक से गुनगुना था है खासकर चालीस उम्र से आगेवाले। क्योंकी उस वक्त में हर गीत का एक मकसद ,अदब, तमीज और जज्बा होता था। सालों-साल बाद आज भी मुकेश जी, महोम्मद रफ़ी साहब, किशोर कुमार, लता जी, आशा जी, मन्ना डे जी को और उनके गीतों को याद करते और उनके गाएं गीत प्रसंगानुसार गुन गुनाते है। बॅड बाजा कंपनियों के लिए वह दिन किसी सौगातों से कम न थे। दरबार बॅड उन जमाने में क्या रूतबा हुआ करता था। उनका वह रूतबा आज भी बरकरार है। मैं उन्हें हमेशा शुभकामनाएं देता हूं और हमेशा देता रहूंगा। आज भी शादी बारात और हर सुख की घड़ी में दरबार बॅड को हमेशा याद किया जाता है।💐💐💐🤲🤲🤲