आजकल सैलो डांस आधुनिक तरीके से किया जाने लगा है। इसके लिए कुँड़ुख गीतों को भी नये तरीके से रचे जा रहे हैं। इन आधुनिक कुँड़ुख या सादरी गीतों में नाचने का आनंद ही कुछ और होता है। इसमें शारीरिक मस्ती बहुत आती है, परंतु नर्तक दल मूक डांस करते हैं। केवल DJ या साउंड बाॅक्स की आवाज पर थिरकते हैं। वास्तव में यह सांस्कृतिक दृष्टिकोण से पतन ही कहा जाएगा। आजकल के युवक-युवतियों को यह डांस सबसे ज्यादा पसंद है।
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12 сен 2024