नंदकुमार देवार अपनी पूर्वजो की ये कला को सहजकर रखा है अंतिम देवार है जिसे ये कला आती है बहुत सुंदर सुंदर गीत आते हैं नंदकुमार देवार जी सुनकर सभी मंन्त्रमुग्ध हो जाते हैं Girdhar Gopal Krishna - 6266060180
हमर परम्परा अउ संस्कृति ही हमर पहिचान आय। देवार जनजाति के कलाकारी म गज़ब विविधता देखे बर मिलथे काबर की घुमंतू जनजाति आय अलग-अलग गीत संगीत कला संस्कृति के समावेश रथे
बाबा में प्रतिभा की कमी नहीं है पर वह गरीब है इसके आगे पीछे कोई नहीं है इसलिए वह स्टेज प्रोग्राम नहीं कर सकता नहीं तो बड़े बड़े कलाकारों को धूल चटा देता है