अमरकंटक या ओंकारेश्वर, दोनो में से कहीं से भी आरंभ कर सकते हो। कितने दिन में करना ये प्रश्न बहुत उचित नही है, जितने भी दिन में करो - नर्मदा माई के आश्रित होकर करे और खूब नाम जाप करते हुए परिक्रमा करे। सदाचार का पालन करे, मोबाइल Off रखे या निश्चित समय पर ही चलाए, लोगो से अनर्गल बातचीत न करे। अपनी सामान्य क्षमता तो देखते हुए चले, ना जिद से बहुत ज्यादा चले न बहुत कम फिर जितने भी दिन में परिक्रमा कर पाओ वो भगवती की इच्छा। ज्यादा चलने के चक्कर में श्रद्धा नही रहती, दिखावा बनकर रह जाती है परिक्रमा। शुभकामनायें...🎉
ये तो है ही कि घर में रहने और परिक्रमा करने में difference तो बहुत है। कोई चोरी, मर्डर का खतरा नही है। बस इतना जरूर है कि लोग व्यसन में गुटखा तंबाकू खाते है। सुविधाएं घर जैसे बिल्कुल नही मिलेगी। महिलाएं ग्रुप में ही परिक्रमा करे अकेले नही। कम से कम 2 महिलाएं साथ चलें। यूं तो हर सुरक्षित स्थान भी खतरे से खाली नही कब दुर्घटना हो जाए लेकिन अनुशासन सावधानी बरतते हुए परिक्रमा करे।👍