हमें आपकी बात अच्छी लगीभारतीय अध्यात्म कोशिखर पर ले जाने वाले ज्ञान ऋषिआदरणीय गुरु डॉक्टर हिम्मत सिंह सेना को निश्चित तौर परपदम भूषण से सम्मानित किया जाना
Sanatan lagane ki koi zarurat h kya ،guruji ka gyaan kya sirf sanataniyon k liye h aisa to inhonne nahi kaha ۔guruji to sab k liye samaan roop se gyaan derahe h۔۔isliye dharam ko chhod k aage niklo bhai
हमारे वेद और पुराण और उपनिषद और कई धार्मिक पुस्तके जिनके बारे में हमेशा झूठ फैलाया गया और हम हिन्दु धीरे धीरे उस झूठ को सच मानने भी लगे हैं. लेकिन आप जैसे वीर सनातन धर्म के रक्षकों की वजह से आज दुनिया के सामने सनातन धर्म का असली सच सामने आ रहा है. सनातन धर्म की जय 🙏
में प्रश्नकर्ता का व्यक्तिगत रूप से बहुत बहुत आभारी हूं जिन्होंने ऋषि परम्परा को आगे बढ़ाते हुए सूत शौनक परम्परा को आगे बढ़ाया साधू ते होए ना कारज हानि क्षमा चाहता हूं आपसे परिचय नही है आप दोनों में सूतजी एवं शौनक ऋषि परम्परा की छवि दिखाई देती है
Guru ji , I as a follower Islam can say with all the confidence, that you far better than many scholars of Islam. What I heared is not different the broad teaching and instructions of Islam. Great !
Guru ji.. You are really beautifully intelligent and clear in concept and rational... You are scientific, Methodological marvelously optimistic and authoritative amalgamation of old and new thoughts
🙏🏻 गुरु जी आप को सुनना बहुत अच्छा लगता है 🙏🏻 आप बहुत knowledgable , और बड़ी गूढ़ बातें simple तरीक़े से बताते है । आप को दिल से बहुत respect है . Thank you for sharing videos🙏🏻
गुरदेव आपको सुनके जो ज्ञान प्राप्त हुआ है वो मैं शब्दों मैं नही बता सकता, मैं प्रवीन गुर्जर ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश से आपको लगातार सुनता हूँ, आप सच मे एक ज्ञान के सूर्य हो, मैं एक 27 साल का नवयुवक हूँ और आपसे मिलना चाहता हूँ
भाई जी बहुत अच्छा ज्ञान आप दे रहे हैं हमारे को विज्ञान आप हमें दिला रहे हैं इसके लिए आपको प्रणाम गुरु जी के तो दर्शन करने से ही मुक्ति मिल जाएगी लगता गुरु जी के ज्ञान बहुत दिन से सुन रहा हूं परम परमात्मा गुरु जी की उम्र उम्र बढ़ाएं
गुरु जी पहली मुलाकात मेरी आपसे BHU VARANASI में philosophy Dept में हुयी थी। उस समय पीएचडी चल रही थी तो जिनको भी सुनती थी कुछ नया और अद्भुत नजर आता था। पर अब पर्दा उठ गया और हम सब एक ही जमात में आ गए हैं तो कोई कुछ भी कहे और हम हाँ हाँ नहीं कहते जाएंगे। विषय और सवाल दोनों रोचक था पर आपका जवाब शास्त्रीय परम्परा निभाने की कोशिश कर रहा था।
गुरु जी को शत शत नमन,,, आपको सुनकर बहुत आत्म संतुष्टि मिलती है आप ज्ञान के असीमित भंडार और सागर हैं,आप सनातन धर्म के गूढ़ ज्ञान से देश दुनिया ,खास तौर से भारतीय समाज को परिचय करा रहे हैं; यूट्यूब के माध्यम से न केवल वर्तमान पीढ़ी, बल्कि आने वाली पीढ़ी दर पीढ़ी मार्गदर्शन मिलता रहेगा! धन्य है गुरुजी आप ,,,,🙏🙏😊 ईश्वर आपको लंबी आयु प्रदान! साथ ही धन्यवाद यूट्यूब को भी
Aaj phli baar kisi k liye mn mein itni izzat bni h. Jo hindu ka andhvishwas h jo nari ko lekar triya charitra ki bhranti h wo sb aapne door kr di Guruji🙏
एडमिन महोदय.... हम सभी गुरु जी से नित नयी जानकारी लेते हैं... कोई गुरु जी को जरूरत है तो हम जरूर सेवा करेंगे... कृपया उनकी जरूरत को पूछ लीजिये... निवेदन है
गुरुजी छोटा मुंह बड़ी बात किंतु एक बहुत पुराना अनुभव जनित मुहावरा है --- (जिसकी एक नारी वह सदा ब्रह्मचारी !!) इसमें एक नारी का अर्थ तन मन वचन और व्यवहार से है !! गृहस्थ में रहकर संयम से धर्म कर्म का पालन सन्यासियों से भी अधिक कठिन होता है !! 🙏🕉️🙏
मेरा सवाल यह है कि गुरु जी ने बहुत अच्छी बात कही राम भगवान श्री राम और माता सीता के बारे में लेकिन जब हम रामायण को देखते हैं तो उसमें जो अंतिम कांड है जो सातवां कांड है वह प्रक्षिप्त दिखाई देता है यानी कि वह बाद में जोड़ा गया है जिसमें सीता परित्याग की बात आती है या फिर किसी शंबूक वध की बात आती है जो कि सत्य नहीं कहा जा सकता रामायण मूल वाल्मीकि रामायण तो वहीं समाप्त हो जाती है कि यह माता सीता की अग्नि परीक्षा होती है और वह अयोध्या जाती है बस उसके बाद जितना भी घटनाक्रम है वह अंतिम कांड में दिया गया है और वहां प्रक्षिप्त माना जाता है
मैं आज पहली बार किसी स्त्री को देखी हूँ कि मुक्ति की बात पूछ रही हैं ? मुझे बहुत खुशी हुई कि चलो अब स्त्री भी मुक्ति के लिए मन को तैयार कर रही है। मैं खुद इस ओर जाने की सोच ली हूँ, उसी कोशिश में लगी हूँ। मैं सांसारिक मोह माया, इंसांनी रिश्तों को ज्यादा भावनात्मक नहीं लेती। मैं येसब 3 साल से ही करने की कोशिश सुरु की हूँ, क्योंकि धरती का इंसान हर जन्म में साथ नहीं रहेंगे, पर भगवान का साथ हर जन्म में मिलेगा। इस जन्म के लोगों को अगले जन्म में नहीं पहचान सकते, पर हर जन्म में हमारे भगवान वही रहेंगे, जो इस जन्म में हैं।
@@amitakumar1708 जी जब तक हम इस पंच तत्व के शरीर में हैं तब तक ही हम स्त्री पुरुष हैं, उसके आगे प्राण हैं, आत्मा है, और तब हमारा लिंग भेद खत्म हो जाएगा फिर क्यों नहीं सोचें मुक्ति के लिए🙏🙂
महाराज जी नमस्कार। आपकी बातों से मुझे बड़ा अच्छा ज्ञान मिला है । महाराज जी एक प्रश्न है क्या किसी मनुष्य के शरीर में भगवान आते हैं? लोग कहते है कि इसे 'माता' आती है या फिर इसे भगवान आते हैं?? कृपया इसका जवाब दिजिए।
Samany grihasth jivan jee rahe manv ke man men vyapt mahan bhram ko door karane vala ATI sarahaneey gyan prash aap shreeman dvara bikheraane ka amoghgyanmay dharapravahee sikshapoorn upadeshatak pravachn , ase mahan gyaneejan ke gyanprashpunj ko sarvtrik karane kee aj mahan aavashyakata hai dhanyavad !