राम तो हमारे मिथिलावासीयों के पाहुन हैं।बहुत सारी व्याख्याएँ सुनी हैं राम को लेकर। पता नहीं क्यों पर राम के इस मानवीय स्वरूप को समझते-गुणते-बूझते हुए अत्यंत भावुक हो रहा हूँ । आँख से आँसू निकल रहे हैं और देह बरबस ही सिहर-सिहर जाता है। वाकई, कोई इन्सान जब अपनी सीमाओं को स्वीकारते हुए सर्वश्रेष्ठ हो जाता है तो वह राम हो जाता है।
बड़े भाई/गुरुवर , मैं आपकी प्रेरणा से IGNOU से हिन्दी में MA कर रहा हूँ जिसके पाठ्यक्रम को समझने में विशेष तौर पर काव्य को समझने के लिए आपकी youtube प्रस्तुतियां "तर्पण" एवं "महाकवि" बहुत ही लाभप्रद हैं। हम जैसे प्रौढ़ विद्यार्थी के लिए जो प्रबंधन में स्नातकोत्तर होकर 8 वर्ष MNC में नौकरी करने के बाद जब दूरस्थ शिक्षा पद्धति से अध्ययन करता है तब किसी शिक्षक के मार्गदर्शन के अभाव में आप अपनी youtube प्रस्तुतियों से हम जैसे एकलव्यों के लिए द्रोणाचार्य सिद्ध होते हैं । आपको कोटि कोटि प्रणाम गुरुदेव।।
होगी जय होगी हे पुरुषोत्तम नवीन। कह महाशक्ति राम के बदन में हुई लीन।। दिन भर दफ्तर से थके हारे आने के बाद निराला की राम की शक्तिपूजा एक उर्जा भी भरती है। राम के चरित्र से ये सीखना बहुत ज़रुरी है कि जीवन में लाखों दुविधा क्यों न हो। अपनी विनम्रता कभी नहीं खोना चाहिए। प्रणाम कुमार सर। जय सिया राम। ❤🙏
महाप्राण का कालजयी महाकाव्य, जीवन के भीषण नैशान्धकार से निकालकर पुनः ऊर्जा और शक्ति का संचार करने वाला। साहित्यिक, आध्यात्मिक और अनुभूतिक संगम का सृजन करने वाली अद्भुत, अद्वितीय रचना। कुमार जी को साधुवाद।
मर्यादा श्री पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की कथा का शौभाग्य वैसे तो प्रभु की क्रिपा से कई बार हुआ ।पर आपके मुख से पहली बार एक अलग रूप में सुनकर मन आह्लादित हो उठा आपको अनहद धन्यवाद ,है कवि तुम्हे कोटिश नमनः
रोम रोम रोमांचित हो उठा आपकी शब्दों से हिंदी भाषा का खोया हुआ गौरव आपने वापस दिलाया । भूल चुके कवियों का सम्मान आपने वापस दिलाया । नमन दिल से । गुरुवर्य ।
👍👍आपकी मंत्रमुग्ध करने वाली, व कर्णप्रिय, हृदयस्पर्शी वाणी,और प्रभावी सम्प्रेषण कौशल के वशीभूत इंसान वह भी सुनने को मजबूर हो जाता है,जिसे वह avoid करता है या कल्पना से वह सहमत नही।👌
महाप्राण निराला के काव्य वैभव की इतनी सटीक व्याख्या सचमुच हृदय की गहराइयों में उतरने वाली है.. इसी प्रकार साहित्य साधना से लोक कल्याण करते रहें। साधुवाद।।। ....
Sir aap ke jaisa koi bhi nhi ....... Aap hi hai jo hamare sanskrit ko jinda rakkhe hai .... Har koi hamari hindi ko bhool rha par aapko sunane ke baad bss hindi hi bolane ka mn karata hai ........ Love you so much ........ You are my hero....👌👌👌👌👌❤❤❤❤❤❤❤❤
महाप्राण की इस महान कविता का मर्म आपने इतने सुंदर तरीके से समझाया है कि जितनी बार भी ये सुनता हूं और अधिक मन होता है सुनने का और गहराई में उतरने का। आभार आपका हिंदी को जन जन के हृदय में उतारने के लिए 🙏🏻🙏🏻
पुण्य दिन है आज सो आपकी मुखार्बिन्द से श्री राम बिषयक महाकवी निराला कि रचना सुनने का सु अवसर मिला. ईश पावन दिन को हम नेपाली " चैते दशै " कहते है जो दशहरा का सहोदर भाइ है. धन्यवाद !!
आपकी ये व्याख्या मेरे अंतर्मन को छू गयी हैं।। अति उत्तम।। देव मैं चाहता हू साहित्य की उस विधा का दर्शन कराइये जिसमे राम और रावण दोनों ही शक्ति की उपासना हेतु जो मंत्र गाते हैं और दोनों के मंत्रों के शब्दों का चयन का भाव भी दोनों के स्वभाव के अनुरूप है ,अगर हो सके तो इसकी व्याख्या करें।। बहुत बहुत धन्यवाद।।
Gurudev...Aapko Charan sparsh 🙏🙏 Actually I am the student of chemistry but I love Hindi than all others literature.....Hindi hai hm....prabhu aise rachnao ko aur laiye.... 🙏🙏🙏
राम, निराला के राम और अंत में कवि कुमार विश्वाश के राम राम का हर रूप अद्भुत होता है और उसको गाने और सुनाने वाला भी और सुनने वाला भी अविभूत हो जाता है अद्भुत प्रस्तुति काव्य की अद्भुत प्रस्तुति कवि के लेखन की और अद्भुत कवि की वाणी ऐसा लगा जैसे राम सामने हों, कवि उनको देखता हो और फिर लिखता हो, जो लिखता हो उसे माधयम बन कोई सुनाता हो - बस यही, कंही आसपास, कंही अन्दर ..अंतर्मन में .....
प्रभु की कृपा से मै अयोध्या में निवास करता हूं। लेकिन जितनी बार रामायण के विषय में मनन करता हूं मै निशब्द हो जाता हूं। विश्वाश जी आपकी व्याख्या मन को बहुत व्यथित करती हैं बरबस ही आंखे भर जाती हैं।
जय श्री राम सर हम सब आप से ये विनती करते हैं कि आप हम सभी का ज्ञान वर्धन करने के लिए एवं अपने संस्कृतिक और सामाजिक दर्शन के लिए ऐसे अनेक विडियो बनायें। । आज के इस प्रेरणा श्रोत एवं मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के अद्भुत विचारों का दर्शन कराने के लिए आपका हार्दिक आभार। ।
अद्भुत रचना Sir एवं कोटिशः प्रणाम महा कवि निराला जी को इस incredible रचना के लिए ।शब्द नही है मेरे पास आपकी प्रंशसा के लिए। आज की युवा पीढ़ी भाग्यशाली है कि आप जैसे ज्ञानी पुरुष अपने ज्ञान से उनका मार्गदर्शन कर रहे है
राम के व्यक्तित्व के बारे में इतनी अच्छे तरीके से रखने के लिए आप बधाई के पात्र हैं आपने, मर्यादा पुरुषोत्तम राम को उसी मर्यादा के अनुसार उनके व्यक्तित्व को बहुत बढ़िया तरीके से रखा है...... जय श्री राम
Kumar vishwah ji ye kavya krti meine ba mein 21saal pehle padhi thi aaj mein ishe aap ki vaani se sun kar bhav vihal ho gai hu ek mahaan desh ki mahaan kavya krti ko ek mahaan kavi apni vaani se vaachan kar raha hai ye adhbhut akalpanniye hai aap ko saadhuwad👍
हार्दिक आभार, सरमैं स्नातकोत्तर हिंदी का छात्र हूँ साथ ही एक गायक कलाकार हूँ। आपका यह प्रयास सराहनीय है, आनंदित हो गए राम की शक्ति पूजा सुनकर, आशा है आगे भी ऐसी साहित्यिक रचनाएँ आपसे सुनने को मिलेंगी। नमस्कार।
अहा क्या ही प्रतिक्रिया दी जाए इस पर अद्भुत ऐसा भाषा सौंदर्य सिर्फ़ निराला जी ही दे सकते थे और उस पर आपका इसे स्वर बद्ध करना श्रेष्ठता की पराकाष्ठा पर ले गया। कविता के अंतिम चरण में जो मेरे दृगों से निर्झरी फूट पड़ी वह आपकी सफलता की सूचना देती की आप सफल हुए इस रचना को जन जन और मन मन तक पहुंचाने में। जय हो
क्या बात है... विश्वास जी💐💐💐💐 आपका ये अद्भुत कार्य जो अमर कवियों की कविताएं हम तक पहुँचते हैं, इसके लिए आपको ह्रदय से धन्यवाद। मैं बहुत ही भाग्यशाली हैं... मेरे हिस्से में कुमार विश्वास का युग जीने को मिला। मुझे वो कवि भी आपके द्वारा सुनने को मिले जिनके समय मैं पैदा भी नही हुआ था। ये सब अपकी मेहनत के बिना अधूरा है,💐💐💐💐
बहुत अच्छे से अापने इस रचना सुनाया। राम का नाम सुन कर शरीर रोमांचित और मन प्रसन्न हो जाता है और यह तो कथा है फिर सोचिये क्या हाल हुआ होगा। इसलिये आप से मैं भगवान श्री कृष्ण के सन्दर्भ मे इस प्रकार का कुछ भी सुनकर भाव विभोर होना चाहता हूँ।
बहुत बहुत धन्यवाद कुमार सर इसके लिए ये आप ही कर सकते हैं Thank you very much Kumar Sir उम्मीद है और इंतजार भी कि आगे भी हमें आप यूँ ही आप इन सब से जोड़ते रहेंगें 💐🙏 जय सिया राम 💐🙏
Wah, kumar sir apne aaj ak aisi kahani suna di ki shayad ye kbe pta hi n chal pati aur prabhu Shree Ram ji ke bare me ye panktiya sunakr hmara dil bhar diya wah sir wah...or ye ak kavi hi kr skta h.....Jay Shree Ram
निः शब्द हूँ देव।🙏 धन्य हूँ मैं जो कालखंड के इस युग मे विचरण करने आया हूँ जब कुमार विश्वास जैसे महापुरुष को सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। देव आप इतने कठिन और जटिल सत्य को जितनी सरलता और वाक्पटुता से प्रस्तुत करते हैं,इनका सा-क्षर समझना एवम अनुसरण करना बहुत ही आसान हो जाता है। दंडवत रघुनंदन नमन कविपुत्र।
अद्भूत कुमार जी 🙏 इस विवेचना के लिए तहे दिल से धन्यवाद। हज़ारों साल की इस सांस्कृतिक विरासत के संस्थापक भगवान् श्रीराम का आशीर्वाद सभी को प्राप्त हो 🙏🙏
Sir mai apka ek tuksha prashanshak hoon.Apke vicharon aur karyon se mai hmesha khush aur aashcharyachakit ho jata hoon. Pranam gurudev. Ishwar ap jaise kavi ko har yug me dharti pr durachariyon ko unke papon ko yad dilane aur unse mukt karane ke liye u tare.
Ramanand Sagar nirmit Ramayan ke baad...aaj aapke dwara sunyaya Ramayan bada hi manmohak laga, Ek alag andaj salute you sir Aaj ramnavmi ka din aapne Yaadgar bana diya. Bhagwan aappko pe yaishi hi kripa banaye rahke. 👌👌👌😊 Happy Ramnavmi