यह नीम से बनाये जाने वाला बहुत ही प्रभावी जैविक कीट नाशक है, जो कि रसचूसक कीट एवं इल्ली इत्यादि कीटो को नियंत्रित करने के लिए उपयोग में लाया जाता है।
सामग्री
5 किलोग्राम नीम या टहनियां
5 किलोग्राम नीम फल/नीम खरी
5 लीटर गोमूत्र
1 किलोग्राम गाय का गोबर
नीमास्त्र बनाने की विधि
सर्वप्रथम प्लास्टिक के बर्तन पर 5 किलोग्राम नीम की पत्तियों की चटनी, और 5 किलोग्राम नीम के फल पीस व कूट कर डालें एवं 5 लीटर गोमूत्र व 1 किलोग्राम गाय का गोबर डालें इन सभी सामग्री को डंडे से चलाकर जालीदार कपड़े से ढक दें। यह 48 घंटे में तैयार हो जाएगा। 48 घंटे में चार बार डंडे से चलाएं। इस घोल को 100 लीटर पानी में मिला कर इसे कीटनाशक के रूप में उपयोग कर सकते है |
लाभ
नीमास्त्र एक सर्वोत्तम कीटनाशक है, इसके लाभ निम्नलिखित है -
1.मनुष्य, वातावरण और फसलों के लिए शून्य हानिकारक है।
इसका जैविकीय विघटन होने के कारण भूमि की संरचना में सुधार होता है।
सिर्फ हानिकारक कीटो को मरता है, लाभदायक कीटो को हानि नहीं पहुँचता।
किसानो के लिए यह एक अच्छा और सस्ता उपाय है।
एक देसी गाय का खेती में महत्व----
अगर किसान एक देसी गाय का पालन करता है तो उसे पूरे साल बाजार से खाद खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। देसी गाय के एक ग्राम गोबर में 300-500 करोड़ सूक्ष्म जीवाणु पाए जाते हैं। जो खेत की मिट्टी के लिए बहुत जरूरी है। एक गाय के गोबर और गोमूत्र से कई खादें और कीटनाशक बनाकर 30 एकड़ खेती आसानी से की जा सकती है।
1 окт 2024