Artical by:-एम् एस मेहता
भगवान् 1008 मूल नारायण के पुत्र नौलिंग देवता का मंदिर बागेश्वर जिले के सनगाड़ में स्थिति है। जब कि भगवान् मूल नारायण जी का मंदिर शिखर में स्थिति है जो सनगाड़ से लगभग 8 किलोमीटर की ऊँची चडाई पर स्थिति है। नौलिंग देवता के बड़े भाई बजैण जी का मंदिर भनार नामक जगह पर स्थित है। शिखर से सनगाड़ और भनार की दूरी बराबर है और दोनों जगह शिखर से अलग अलग पर है।
सनगाड़ में भगवान् नौलिंग देवता ने यहाँ एक बहुत ही आत्याचारी मसाण को पराजित करके इस क्षेत्र से उसे भगाया था। कहा जाता हैः भगवान् नौलिंग देवता और इस मसाण के बीच में लगभग सात दिन और रात युद्ध हुआ था और अंत में मसाण को हार का मुह देखना पड़ा!
सनगाड़ में भगवान् नौलिंग जी का भव्य मंदिर है जिसे एक संत बद्री नारायण जी ने कई गाववासियों के सहयोग से बनाया है। दूर दूर से लोग यहाँ पर अपनी मन्नते लेकर आते है और भगवान् सबकी मनो कमानापूर्ण करते है!
भगवान् नौलिंग देवता के मंदिर में मंगसिर (अक्तूबर के नवरात्रियो में) यहाँ नवमी भव्य मेल लगता है और दूर दूर से श्रद्धालु मंदिर में आते है। पहले यहाँ बलि प्रथा का प्रचलन था अब वह बंद हो चुका है।
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8 ноя 2018