आर्यसमाज का प्रचार पहले की तरह करने की अति आवश्कता है।देश में अंधविश्वास पूरे यौवन से बढ़ रहा है आर्य समाज ही बढ़ते अंधविश्वास को दूर कर सकता है।जय स्वामी दयानंद सरस्वती की।
यदि देश बचेगा तो वेदों की शिक्षा से ही बचेगा। दूसरा कोई मार्ग नहीं है वैदिक धर्म सत्य का धर्म है। महर्षि दयानंद के सत्यार्थ प्रकाश का अधिक से अधिक प्रचार करना चाहिए।
यह निर्विवाद सत्य है कि महर्षि दयानंद सरस्वती ने मानवता के लिए अपना खून दे दिया और उनके समान गत 5000 वर्षो मे कोई तपस्वी त्यागी अपरिग्रही विद्वान् नही हुआ परन्तु आज का आर्य समाज दूसरो को शिक्षा देते देते स्वयम् अपना पथ भटक गया है।मै 15 वर्षो तक आर्य समाज से जुड़ा रहा।अन्त मे निराश होकर मुझे इसे छोडना पडा।
Kisiko pakhanda bolana Nehi chahiye sudharna jaruri hai saba apane hai.akata bane rakhana jaruri hai sanatan ki achi prachar jaruri hai apane apane unguli karenge hamari hni nukasan hai
इसको कहते हैं अज्ञान की पराकाष्ठा 😂 इस भाई ने अगर उपनिषद और ब्रह्मसूत्र पढ़े होते हो आज ये ऐसे चार mushtando के बीच बैठ के ऐसा 2 पैसे का ज्ञान न पेल रहा होता😂😂😂, ऐसे ऐसे नमूनों की वजह से ही आज तक आर्य समाज कभी उभर नही पाया😂 , cartoon character 😂😂
आर्य जी किसी दूसरे की निंदा करना सबसे बड़ा पाखंड है जो आप करते हो दूसरों की निंदा मत करो ज्ञान दो और गिरीश तिवारी हम प्रश्न में एक वट वृक्ष के बहुत सी जेड होती हैं जिन पर वह खड़ा रहता है