ऐंचोली पिथौरागढ़ मे बहने वाले रांधोले ( चंद्रभागा )नदी को पुनर्जीवित किया जाय तब जल संरक्षण की बात धरातल मे सामने आएगी क्योंकि पूरा एक पारस्थिकी तंत्र खत्म हो चुका है
पुनर्जीवित करना इतना आसान नहीं है, लोगो ने जीवित धारे और नौलो को भी खतम किया h , जब तक अपने पास पर्याप्त पानी था tav हमने बचाया नहीं । आप और हमारी सबकी गलती है इसमें। अभी समय है हमने नौलों, को पुनर्जीवित करने के लिए आगे आना होगा और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने होंगे
@@S23640 स्वजल , पराया जल, खाल पोखर मनरेगा के नाम से सरकारी धन को लूटा गया l इन योजनाओं के नाम पर प्राकृतिक तरीके से बनाए गए धारे नौलों मे सीमेंट पोत कर उनका स्वरूप को बिगाड़ा गया l खैर कही प्रकृति ने स्वयं पुनर्निर्माण का कार्य अपने हाथों मे ले लिया तो ये मनुष्य के लिए बहुत घातक होगा l