बहुत ही सुंदर और सराहनीय विचार धारा को मैं पत्रकार मैडम को तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूं। बुढ़ापे का एक ही सहारा है कि हर रिटायर कर्मचारी को पेंशन लागू किया चाहिए
एंकर आपको तथा आपके चैनल को धन्यवाद। शेयर बाजार बड़े लोगों का जुंआ है। आपको दो बिल्लियों के बीच बन्दर को रोटी बांटने की कहानी मालूम होगी।बस वही बात है। बड़े बड़े चैनल तो इस मुद्दे पर मौन हैं। सरकार नाराज न हो जाए। लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का दम भरनेवालों का पहला काम सरकार को खुश रखना है।लोक सेवकों जाएं भाड़ में।
अब सरकारी नौकरी छोड़ के पेंशन पाने के लिए नेता बनना पड़ेगा |अटल जी ने सरकारी कर्मचारियों के साथ न्याय नही किया है मै भी ये शिकायत यमराज को करूंगा कि उनकी आत्मा को शांति मत मिलने देना क्योंकि इन्होने हमारे साथ अन्याय किया है |
Vijay bandhu ji ki mange true hai old pension lagu honi chahiye .nhi to vidhayak or sare netao ki pension ko band kar deni chahie aur sath mein ine netaon ke family aur rishtedaron ko koi medical facility nahin honi chahie
प्रवक्ताओं को जब समस्याएं ,शिकायतैं अपनी-अपनी पार्टी, सरकार से कहने, कराने का अधिकार नहीं है तो बहस में भाग फालतू में लेते हैं । ये सरकारों को अपने घरों से तो देना नहीं है ।
*सरकार ने फरमान जारी किया है कि 50 साल से ज्यादा उम्र के कर्मचारियों को कार्य कुशलता की समीक्षा के आधार पर जबरन रिटायर किया जाएगा। इसलिए आओ सब भारत वासी आज और अभी प्रण करें कि पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक ऐसे किसी नेता को वोट देकर नहीं चुनेंगे, जो 50 वर्ष से अधिक उम्र के हों , ताकि देश की कार्य कुशलता प्रभावित न हो और मेरा भारत और महान बन सके और नीचे लिखे अनुसार यह कानून भी अनिवार्य रूप से सभी पर लागू हो ? 🙏👇* *1-* नेताओं को भी पचास साल की उम्र में रिटायर कर दिया जाय ? *2-* क्यों नहीं , नेताओं को भी पुरानी पेंशन से वंचित किया जाय और NPS लागू की जाए ? *3-* क्यों नहीं , नेताओं को विधानसभा सदस्य बनने के लिए स्नातक व लोकसभा सदस्य बनने के लिए परास्नातक होना अनिवार्य किया जाय ? *4-* क्यों नहीं कानून मंत्री बनने के लिए LAW की डिग्री अनिवार्य हो, *5*.स्वास्थ्य मंत्री बनने के लिये MBBS की डिग्री अनिवार्य हो । *6*.-समाज कल्याण के लिए समाजशास्त्र की डिग्री अनिवार्य हो । *7*.- मानव संसाधन के लिए M.Ed. की डिग्री अनिवार्य हो । *8*.-वित्त मंत्री को अर्थशास्त्री होना अनिवार्य हो इसी प्रकार सभी मंत्रीयों की योग्यता का मानक निर्धारित किया जाए। *9*.-क्यों नहीं फ्री का डीजल, पेट्रोल, फोन की सुविधा, हवाई सुविधा, रेल सुविधा सहित तमाम सुविधाओं में जिसमें प्रतिवर्ष अरबों रूपये खर्च होता हैं उसमें कटौती की जाए। *10*.-क्यों नहीं सभी नेताओं के खाते सार्वजनिक किए जाएं। *11*.क्यों नहीं नेताओं की पुरानी पेंशन,मोटी तनख्वाह,सब्सिडी द्वारा भोजन बंद किया जाए जिसपर सरकार प्रतिवर्ष अरबों रूपये पानी की तरह खर्च करती हैं । *12*.- क्यों नहीं नेताओं के पद से हटने के बाद फ्री मेडिकल सुविधा बंद किया जाए जिस पर देश का करोड़ों रूपये नुकसान होता हैं । *13*.क्या 50 साल का कर्मचारी बूढ़ा और 50 साल का नेता जवान होता हैं ? यह कौन सा मानक हैं ? नेताओं के पास क्या राहु व केतु वाला अमृत कलश है क्या ? जिससें यह पचास की उम्र में युवा नेता हो जाते हैं ? * जब स्वयं की तनख्वाह लाखों में करते हैं तो सभी पार्टियों के कोई भी नेता विरोध नहीं करता सभी मिलकर मेज थपथपा देते हैं । क्या देश पर आप की तनख्वाह की बेतहाशा वृद्धि से अरबों रूपये का भार नहीं पडता ? गजब की सोच है आप नेताओं की जब कर्मचारियों, अधिकारियों, शिक्षकों को पचास वर्ष में हटाने पर विचार किया जा सकता है तो यह उपरोक्त बिन्दुओं पर विचार क्यों नहीं किया जा सकता है!! *"जनहित में शेयर जरूर करें ! इसे " फन की बात" न समझें* प्रभावित होने वाले मित्रगण प्रयागराज
जब केन्द्रीय कर्मचारी और राज्य कर्मचारियों को अभी एक लाख वेतन चाहिए और बुढ़ापे मैं पेंशन मतलब जिन्दगी भर सरकारी फायदे चाहिए और एक किसान है जो सबका पेट भरता है ये किसान और बेरोजगार लोगों मैं भी तो बुढ़ापा आएगा इनकी नजर भी धूमिल होगी और शरीर काँपने लगेगा ये भी तो बेसहारा हो सकते है क्या ये लोग हिन्दुस्तान के नागरिक नहीं इनको भी सरकारी सहायता मिलती चाहिए
Sun bhai 50 biga ka jameedar 2 Gov't servent ke brabr hota hai. Or puri umar jameen kishan ki. Or krodo ki jameen uski or uske bachho or poto ki. Gov't servent to nokri or penson hi mang skta hai
भाजपा नेता को शर्म नहीं आती, पुरानी फैमिली पेंशन को तो आपने ही खत्म किया था ? कांग्रेस ने खत्म नहीं किया। सिर्फ राष्ट्र वाद से परिवार का पेट नहीं भरता। पुरानी फैमिली पेंशन नहीं तो, भाजपा भी नहीं।
भारतीय पत्रकार व समाचार टेलीविजन में भी जनता के बारे में कभी अच्छा समाचार नहीं देता जिसकी सरकार उसकी बाह बाह में लगी है जनता का आवाज अखबार व टेलीविजन है वही बीक गये हैं तभी तो जनता का भरोसा उठ गया है. पुरानी पेंशन बहाल हो, समय में नौकरी मिले तभी सरकार नहीं जनता की सहयोगी रहेंगे
Purani pension chalu honi chahiye nhi to Sara pariwar road par aa chuki h aur aatmhatya ke alawa koi vikalp nhi h ise chalu har state mein honi chahiye