@@user-ib1hr1tm8yईश्वर की भक्ति में आनद होता है । मजा स्थाई नहीं होता है,समय के साथ समाप्त होजाता है। आनंद स्थायी होता है जो जल्दी नष्ट नहीं हो सकता। मज़ा उर्दू का शब्द है और क्षणिक सुख के लिये प्रयुक्त होता है। आनंद हिंदी शब्द है जो हमेशा रहने वाला होता है ।
@@user-ib1hr1tm8yलेकिन तुक तान मिलाने के लिए मजा लगा दिया क्योंकि आनंद सूट नही कर रहा था । मुखिया जी इतना तो जानते है ,पर तुक तान मिलाने के लिए किया में समझ गया ,पर भाई अंतर तो बहुत है , मजा और आनद में ।