हेमंत सोरेन से बहुत परेशानी बहुतों को जलन ये बात तो है 5 साल में सब देखने को मिला। झारखंडी का भलाई से किसी राष्ट्रीय पार्टी को भी मतलब नहीं है जबकि डबल इंजन की सरकार भी चल चुकी है केंद्र में भी उन्ही की थी कौन रोक सकता था झारखंडी हित नीति लागू करने से बीजेपी को या कांग्रेस को भी जब केंद्र में थी जबकि राज्य सरकार के पास सीमित अधिकार होते हैं।
मतलब रोजगार के मुद्दे पर सरकार ने आपका मुह बंद कर दिया किस तरह किया गया वो अब बताने की जरूरत नही। आज ही बहुत सारे आपके दर्शक जो कि सिर्फ स्टूडेंट थे वो इस चैनल को अब छोड़ देंगे।