परिवार से CAF जवान दूर होते हैं 24 घंटा ड्यूटी करते हैं लेकिन उस हिसाब से पैसा नही दिया जाता जितना एक स्कूल का गुरुजी दारू पी के कुर्सी में 6 घंटा सो सो के लेते हैं
सर पुलिस और टीचर का पेमेंट सेम है। ये बात अपवाद है कि कुछ टीचर दारू पीकर मगन रहते हैं। और शिक्षकों की वजह से ही लोग डॉक्टर, इंजिनियर वकील, पुलिस बनते हैं।
आप टीचर का उदाहरण ना दें।। एक टीचर अपने विचार से, अपने शिक्षा से, नक्सली क्षेत्रों में, बिना कोई सुरक्षा के ड्यूटी करते हैं।। मेरे स्कूल में दो बार नक्सली आये थे।। मैं नया नियुक्त हुआ था,, मगर मैं बिल्कुल नहीं डरा जबकि मेरे बारे में भी रसोईयों को पुछ रहे थे।। मैं आज भी खुलकर नक्सली की घटिया करतूत के बारे में खुल बातें करता हूं।। मुझे किसी से भी कोई डर नहीं लगता।। क्योंकि सबसे बड़ा व्यक्ति की सोंच विचार मायने रखता है।। मैं जहां किराये में रहता हूं, वहां दो CRPF वाले भी किराये में फेमिली के साथ रहते हैं, दोनों के बच्चे नहीं हैं,, मगर हम लोग जब अपने अपने ड्यूटी से वापस किराये की रूम में पहूंचते है तो फिर, एक साथ बैठकर फेमिली की तरह बात करते हैं।। एक दुसरे के प्रति गलत विचार नहीं रखते है।। ड्यूटी से लेकर, फेमिली से लेकर हर तरह की सुख दुख की बात एक-दूसरे से करते हैं,, मगर किसी का मनोबल कमजोर नहीं करते हैं।। CRPF वाले खुद बताते हैं कि उनके ही अधिकारी लोग एक्स्ट्रा ड्यूटी कराते हैं।। ✍️✍️📚📚📚रही बात दारू पीने की तो फिर कौन दारू नहीं पीता बताइए जरा।। रही बात पैसे की तो फिर, टीचर की ड्यूटी देखे हैं क्या क्या ड्यूटी करते हैं।। राशन कार्ड नवीनीकरण में भी ड्यूटी लगा देते हैं।। स्वास्थ्य शिविर में भी ड्यूटी लगा देते हैं।। BLO के रूप में, लोगों का वोटर कार्ड में नाम जोड़ना, गलत है तो डिलीट करना, स्थान संशोधित करना।। वो भी खुद के मोबाइल पर, खुद के डाटा से।। नेता मंत्री आये तो वहां ड्यूटी लगा देना।। बच्चों का जाति निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए घर घर जाना, पटवारी से संपर्क करना। तहसील आफिस में दस बार जा के, एंट्री करवाना।। सब काम करने के बाद भी तहसीलदार, SDM, कलेक्टर का डाट खाना।। सब काम करने में, स्कूल का पढ़ाई का समय बर्बाद होता है, जिससे बच्चे का पढ़ाई, सिलेबस पिछड़ जाता है, रिजल्ट डाउन फिर उल्टा टीचर को ही डांट लगाना, क्योंकि अधिकारी लोग ही स्कूल पढ़ाई को छोड़ दुसरे कार्य के लिए ड्यूटी लगाते हैं और उपर से बोलते हैं, स्कूल में पढ़ाई कैसे पिछड़ गया।। ✍️✍️📚📚आप अपना ड्यूटी करते हैं, क्या परेशानी है आप जानते हैं और हम अपना ड्यूटी करते हैं, क्या परेशानी है हम जानते हैं।।✍️✍️📚📚 व्यक्ति अपनी योग्यता, व मेहनत से जिस नौकरी, सर्विस का फार्म भरता है, उसमें वो अपने आप को योग्य साबित करता है, तब जा के वो नौकरी मिलता है।। यूं ही घर पर आ के कोई नौकरी नहीं देता है।। ✍️✍️📚📚 हमने भी फोर्स के लिए, पुलिस के लिए फार्म भरे थे।। मगर हमारे समय में सब अंदर अंदर रिश्वतखोरी चलता था।। जिसका पहचान पकड़ उसका सलेक्शन, और जिसका कोई नहीं कुछ नहीं होता था।। ✍️✍️📚📚 हर विभाग में सिनियर अधिकारी लोग, अपने कर्मचारियों को मानसिक प्रताड़ित करते हैं।। कोई परेशानी हो तो बात सुनते नहीं है।। मानते नहीं है, उल्टा नौकरी करने आए हो तो सीधा नौकरी करो नहीं तो नौकरी छोड़ के घर में बीबी बच्चे के साथ रहो, बोल देते हैं ✍️✍️📚📚हर दूख तकलीफ को सहन करके जीना पड़ता है।। आत्महत्या करना किसी समस्या का समाधान नहीं होता है।। जब हम टीचर लोगों का सेलरी, वेतन 6000/-हजार महीने में 7000/-हजार महीने के हिसाब से, 2-महीने, 3-महीने बाद मिलता था तब भी हम लोग, चावल पकाकर, मिर्ची नामक लगाकर जिंदगी गुजारें है ✍️✍️📚📚आज बार बार सरकार के सामने हड़ताल किये, लाठी डंडे खायें, जेल भी गये तब जा के आज हम लोगों का वेतन बढ़ा है,, तो लोगों को मिर्ची लग रहा है।।। 6000/-7000/- वेतन, दो महीने, तीन महीने में मिलता था तब तो कोई नहीं कहते थे कि, घर का किराया कहां से देते हो, राशन, दाल चावल, सब्जी कहां के पैसे से खरीदते हो।। कोई उधार देता है कि नहीं।। फेमिली का खर्चा कैसे चलाते हो कोई पुछने वाले नहीं थे।।।। ✍️✍️📚📚
सर कोई अधिकार है अच्छा होता कहानी आधिकारिक खराब होते है उसे लिए कर्मचारी आत्महत्या करने में मजबूर होते हैं जवान सर ऐसी घटना होने पर अधिकारियों के ऊपर करवाई करना चाहिए सरकार को
तिवारी जी आपका दोनो सवाल जायज है। मैं खुद caf फोर्स में बस्तर में तैनात हु। वर्तमान में मेरे बटालियन co द्वारा मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है। ज्यादा कुछ मैं कहना नही चाहता हु। इतना तो है। चाहे कैंप के उच्च अधिकारी हो या हेड क्वार्टर के उच्च अधिकारी जवानों को प्रताड़ित किया जाता ही है। कुछ को छोड़ के बात सत्य है।
Tivari apka garaunt riport tho sahi hai leki ab ,2024 se bada mamla hota hai ki javan ko rod me ied ban se jayda khatra hone ki sambhavna ha hai app ko sunke ko aur dekhne jayda mauk milega
सिविल जॉब नहीं है महोदय की यूनियन बना ले। और आवाज उठाए पुलिस फोर्स में कई नियम होते है। जिसे आने से पहले फॉर्म में साइन करके आना पड़ता है। आवाज उठाए थे पुलिस फैमिली के द्वारा लेकिन चाहे कोई भी सरकार रहे दबाने का प्रयास किए है।
सरकार को जवानों और माओवादी दोनो के बारे में सोचना चाहिए। क्योंकि इससे हमारे ही देश का नुकसान हो रहा है। नेता से अधिक 99 प्रतिशत अधिकारी भ्रष्टाचार करते हैं। यही सच है। इस चैनल के सभी दर्शकों को पता है।
28 .06 2024 se naksalli rod me jayda ied se hamla karne ka 100% hai javan ane jane me surachit rahe kuch din ke bad hone vali ghatna ho sakta hai may m.s.ekka
Mai jaha Tak dekha hun mujhe lagta hai ki ye sab tanaw ke karan hota hai wo bhi isliye ki jo duty kar raha wo kar hi Raha aur kai log yaise bhi hai jo job ke naam pe maje kar rahe hai
Abhi bada hamla hone me kuch din baki hai cg police bharti hoga narayanpur me me tho mukhya marg rod me nahsalli hamla ho sakta hai javan ko duty me rakga jay