मेरे हिसाब से तो, ठीक है, दूसरे की इज्जत बचाने में मदद करनी चाहिए। परन्तु बचाते बचाते अगर जरूरत से ज्यादा अपनी इज्जत पर आंच आने लगे तो अपने बचाव के लिए अपना पक्ष पहले रखना चाहिए।व फिर दूसरे के लिए जरूर करनी चाहिए। खैर जो भी हो, बजरंग बली शर्मा ने अपने नज़रिए से जोभी नाटक बनाया,बड़ा बेजोड़ है। सभी कलाकारों हनुमान जी, पिंकी, मधु,संदीप बजरंग आदि ने जी-तोड़ मेहनत से रोल अदा किया है। परन्तु मैं मेरे हिसाब से रजनी बेटी के रोल का तो जितनी तारीफ की जाये,कम है। पूरी टीम को हार्दिक शुभकामनाएं आशीर्वाद।