देख लो बिरहा समाज में बड़ी बड़ी बात करने वाले कितना सम्मान मिल रहा है एक बिरहा के पत्नी को सिर्फ 500 सौ हर एक कलाकर बारह महीने में एक बार दे देते तो इस तरह की बात बिरहा समाज को ठेस नहीं होती अगर बिरहा नहीं बचाए होते तो क्या हम बिरहा जानते हम सिर्फ एक कलाकर की पत्नी की बात नहीं कर रहा हूं हर वो पत्नी की बात कर रहा हूं जो आज शर्म से निगाहे झुकी जय रही है एक और समस्या है कि कोई सुनता ही नहीं बिरहा समाज का एक एकता होनी चाहिए जो नहीं सुनेगा उसके साथ गाना बजाना बन्द
विजय लाल यादव कहाँ गए हर बिरहा में बुल्लू जी की नकल उतारते हैं और उन्ही की बढियाँ नकल उतारनें के कारण उन्हें बिरहा सम्राट कहा जाता है लेकिन दुख कि बात है सिर्फ नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है नाम लेकर आदरणीय बुल्लू जी का
ऐ ऐसे बिरहा गायक थे तीन जोड़ी बनी पहला जोड़ी काशी और बुल्लु दुसरा जोड़ी हीरा बुल्लु तीसरा जोड़ी राम देव बुल्लु अब आप सोचों ऐ कितना महान गायक कलाकार थें
ऐ ऐसे रत्न थें किसी जगह रख दे चमकता हुआ सितारा थे पहला ब्यक्ति काशी नाथ पासी नई पोखरी लल्ला पुरा दुसरा गायक कलाकार हीरा लाल यादव जो काली महल नया पान दरीबा के थे तिसरा गायक कलाकार राम देव यादव कतुआ पुरा जो विशेरशर गज थे