बिलकुल हॉस्पिटल वाले लापरवाही करते हे मेरी मम्मी की तबियत जादा खराब थी पर इधर के dr. ने कुछ नही बोला फिर जोधपुर लेके गए तब पता चला कि तबियत बहुत खराब थी फीर dath हो गईं 😔😔😭😭😭😭😭😭
जीने की लास्ट उम्मीद डॉक्टर होते हैं वो भी ऐसे करने लग गए❎❎🙏🙏 डॉक्टर से विनती है कि प्लीज लापरवाही ना करें आपके लिए एक मरीज जाता है लेकिन किसी घर की खुशियां चली जाती है🙏🙏
डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हजारों लोगों के जान गवानी पड़ती है। सरकार ऐसे मामलों को गंभीरता से लें और दोषियों को सजा मिले तभी जाकर सिस्टम में सुधार हो सकता है।
ये बाड़मेर का सबसे बड़ा सरकारी हास्पिटल है लेकिन यहां समय पर सोनोग्राफी तक नहीं होती है इसके लिए गरीब लोगों को 800-1000 रुपये देकर बाहर से करवानी पड़ रही है और नेता लोग हर चुनाव से पहले बड़े बड़े वादे करते हैं लेकिन करते कुछ भी नहीं है आखिरकार गरीबों को मुफ्त सेवाओं के नाम पर कब तक ठगा जायेगा।
खेताराम हमेशा घर पर पेसो के लिए बैठता है, हॉस्पिटल में ध्यान नही देता है, जो घर पर पैसा देता है, उसको हॉस्पिटल में प्राथमिकता देता है, ऐसा कब तक चलेगा??
बाड़मेर के dr में इंसानियत nhi hai दुकानें चला रहे है कलेक्टर मोहदया टीना dabhi se nivedan aap private hospital की जांच करे यह dr hospital time me private hospital kyo chalte hai mem ager aap me kuch khas hai to inki जांच करे प्लीज mam
मेरे खुद के अंकल को unknown bite के कारण एडमिट करवाया था इसी 🏥 हॉस्पिटल में 4 दिन बैठे रहे तबीयत बिगड़ती गई एक भी डॉक्टर नहीं आया हम सुबह 5 बजे डॉक्टरों के दरवाजे बजाते रहे अंत में जोधपुर भेजा और death हो गई😢
हे भगवान डॉक्टर्स वह हॉस्पिटल के स्टाफ को सद बुद्धि दे। बीमार होने पर मानव जल्दी से जल्दी डॉक्टर्स के पास पहुंच ता।तब एक विश्वास डॉक्टर्स का होता हैं ।यह हमेशा याद रखो कि आज यह मरा कोई अमर नहीं होता। किसी को लापरवाही से ऐसा दुख नहीं दे की उस परिवार के आसू नहीं सूखे।जब घर का सदस्य जाता हैं तब दुःख बहुत होता। । डॉक्टर ईश्वर का रूप होता हैं। अगर बीमार डॉक्टर के पास होता तब काल भी कुछ नहीं कर सकता। क्योंकि डॉक्टर पेसेंट के पास दीवार कि तरह खड़ा होता हैं। अगर इस टिप्पणी से किसी को कोई परेशानी हो तो माफी चाहता है।
इस डाक्टर को घर भेजना चाहिए और जो लाईसेंस है उस लाईसेंस को जब्त करना चाहिए ये सब डाक्टर नही राक्षस है डाक्टर के वेष मै हिन्दुस्तान के सभी राजनीतिक पार्टियों से निवेदन है जो भी बङे पद है उसमे आरक्षण बन्द करना जैसे कलेक्टर डाक्टर पूलिस विभाग मै थानेदार से ऊपर वाले पद और फस्टग्रेड अध्यापक प्रोफेसर एस डी एम सेल्स टेक्स और केन्द्रीय जांच एजेन्सिया इन सभी मै आरक्षण बन्द करो
बाड़मेर हास्पिटल मैं इतना सारा लोग ब्लड डोनेट कर रहे हैं जब मरीज जाता तो उसको स्पष्ट मना कर देते हैं ब्लड हमारे पास नही है फिर डोनेट वाला ब्लड कहा जाता है
COVID 2nd wave me dr.anil sethiya ne bhi aesa hi Kiya haa haa bolte rhe mere ko aashwasan dete rhe thik hai thik hai Baad me haath nikal liya bole ki hum kuch nhi kar sakte hai Aap jaano
Es hospital me bhot laprvhae he kbe bhane bna dete he dogtr log bhot presan he jach me 15 den lg jate he sonografi bhe nhi krte logu ko bhaga dete he Apne raste dar ka kam phle krte he