भूखे आदमी की कह आत्मा पेट भराई नाज मिले , नाज मिला तो सब्र नही धन माया का जहाज मिले, जहाज मिले भी सब्र नही भूमंडल का राज मिले, चौड़ा पेट है तृष्णा का कभी भरा न कभी भरेगा।❤❤❤Gjb पवन भाई
आज बेटी आला न तन चाहिए कि दस दिनों में बेटी अपने बैग को समान से भरे फिर मां बाप गये ओर बेटी नगाडीमै बैठा लेजा जब ओर तना जन नहीं मिला तो बेटा वालों पर केश दहेज का कर दिया दो साल पहले शादी हुई थी एक दिन भी काम नही किया बस मतों शहर की हूं सांस ने डरती न कूछ कहा नहीं बीते कि थी उसी घममनड रखती की मैं नोकरानी कोना ईस घर की मैंने डिग्री ले राखी है सांस ने बेटी से ज्यादा माना ब,हूं ने क्या किया समझेंगे हो तो ये नाटक दिखाओ मानलेगे
Pawan Bhai Sahib public Ko jagane k liye achcha kadam hai jee aapka issue beti ki baat Dil Ko chhoo gai aap mehnat karte ho Bhagwan aapko khub kamyabi bakhse jee dhanyawad Rithala Delhi se Raghu bir Kashyap