सारी दुनिया भाग रही हैं नाम के पीछे बोलो कौन चलेगा मेरे श्याम के पीछे कहा गये वो श्याम अखाडे बनते थे जहाँ काम हमारे हर एक गायक भाग रहा है दाम के पीछे.... इस प्रकार के सार्थक भजनों के लिए आप रोमी जी का ये चैनल सब्स्क्राइब करें।
भईया कोई शब्द नही आपके लिए आपके हर भजन में एक एक शब्द दिल पे दस्तक देते और बाबा के बारे में अवगत कराते है 🙏🙏 धन्यवाद आपका बहुत बहुत बाबा की कृपा रही तो आपको ही आना है किर्तन में घर 🙏🙏 क्योंकि गीत नही भजन ही गाने चाहिए और आप भजन ही गाते 🙏🙏
जय श्री श्याम आपका एक-एक शब्द हर भक्त को शाम से जोड़ता है जो आप सच्ची श्रद्धा से बाबा श्याम के भजन लिखते हैं वह भजन बाबा के हर एक प्रेमी को बाबा के और करीब ले जाता है जो आपकी कलम चलती है हर भक्त की अरदास आपके माध्यम से बाबा के चरणों तक पहुंचती है जय श्री श्याम🙏🙏🤲🌹🌹🙏🙏
जय श्री श्याम बाबा सभी को सद्बुद्धि दें कड़वी सच्चाई है, गायकों का दाम कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है, बाबा को भजनों से रिझाने वाले आज ऐसा डिमांड करने लगे हैं की कई प्रेमी चाह कर भी, बाबा का भव्य कीर्तन करा नहीं पाता, सभी मंडलों में एक राशि तय रहना चाहिए, जिन गायकों की श्रद्धा हो वो आयें, अन्यथा बाबा के इस जगत में भजन प्रवाहकों की कोई कमी नहीं है 🙏 🙏 🌹 🌹 जय श्री श्याम जी 🌹 🌹 🙏 🙏
🌹🤲 jay 🌹🤲 Shree 🌹🤲 Shyam 🌹🤲 baba 🌹🤲 daya 🌹🤲karo 🌹🙏 Mary Shyam kyrpa 🌹🙏 karo Mary Shyam 🌹🙏 kaab s aas lagay khada hu sarad m 🌹🙏 jay 🌹🙏 jay 🌹🙏 jay 🌹🙏 jay 🌹🙏 jay 🌹🙏 jay 🌹🙏 jay 🌹🙏🌹 jay 🌹🙏 jay 🌹🙏 jay 🌹
भजन लीरिक्स : कहां गये वो श्याम अखाड़े । जहां बनते थे काम हमारे ।। हर इक गायक भाग रहा है दाम के पीछे । बोलो कौन चलेगा मेरे श्याम के पीछे ।। हर इक प्रेमी भाग रहा है नाम के पीछे । बोलो कौन चलेगा मेरे श्याम के पीछे ।। भजन नहीं अब गीत सुनाना नाचना गाणा शोर मचाना । दौड़ रहा है बस झूठे आवाम के पीछे ।। भूल गये सब तेरी कहानी क्यूं कहते हैं तुम्हे शीश का दानी । राज था कैसा उस पावन बलिदान के पीछे ।। झूठे किस्से बातें झूठी इसीलिए है किस्मत रूठी । अरे मत दौड़ो तुम इस "रोमी" बेईमान के पीछे ।। दौड़ना है तो दौड़ लो बाबा श्याम के पीछे । लेखक : ✍🏻 सरदार श्री हरमहेंद्र सिंह "रोमी" जी 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 ।। जय श्री श्याम जी ।। इस रचना की हर पंक्ति आपको इस दौर की सच्चाई से रूबरू करवायेगी..!
Romi bhaiya mere shyam ne shesh ka daan isliye nahi diya tha ki aap unki mahima gane ke lakho rupee lo aur hum jo baba ke darbar me baba ko rijhane ke liye nachte he Taaki is jutthi duniya ke aage nachna na pade koi baba ko gaakar rijhata hai koi taali bajakar to koi nachkar rijhata hai baba ko rijhane ka haak sabhi shyam premiyo ko hai agar aapko burra laga ho to Mein shyam baba se maafi chahunga jai shree shyam🙏🙏🙏
तुम्हारे जैसे लोगो की समझ मे ये बाते नही आएंगी तुम्हे यही ज्ञान मिला है की भगवान ठुमके लगाने से रीझता है और जो तुम्हरे स्वार्थ को पूरा करे वही भगवान होता है अरे अच्छी बात के लिए उचित मेहनताना देना बुरी बात नही है जनाब लाखो रु खर्च कर के अगर जहर पीना है तो वही लाखो खर्च करने पर अमृत मिले तो उसे अक्लमंद ही ले सकते है आओ जैसे लोग नही ले सकते और रोमी भैया ने आपसे कब लाखो मांगे या आपने दे दिए सुनी सुनाई बाते मत करे !
Yaha copy right wali baat hi nahi hai . kapil ji har docter dwa dushro ke liye hi likhta hai.. Apne thodi khata hai. Lagta hai aapne galat docter pakda hai.... Jai shree shyam
पता नहीं... किसका है, लेकिन तुम्हारी बातों से लग रहा है कि ये काम भी तुमने ले लिया है किसी और की नहीं अपनी मर्जी से और वो भी खामैखाँ। चलो... अब हो सके तो इतना और बता दो कि बाबा और उसके सेवादारों की भी कोई स्थिति तुमने तय की है या अभी तय करोगे...??? जो भी हो बता देना, कहीं कुछ गलती हो गई तो फिर तुम छातियाँ पीटते और हाथ पैर झटकते नजर आओगे
@@kapilgarg9290 भाईजी, जिस दिन सारे भजन गायक फ्री में गायेंगे, टेंट, डोम, प्रसाद और तो और दीपक जलाने की माचिस जिस दिन सब फ्री होगा उस दिन रोमी भैया भी गायेंगे फ्री में। आप दुकान से माचिस भी फ्री में ला सकते हैं क्या?
@@kapilgarg9290 भाई, भजन जरा ध्यान से सुनें और समझें, भैया ने पैसों का नहीं कहा, अनाप-शनाप पैसों के बारे में बोल रहे हैं। पर आपमें इतनी अक्ल होती तो यहां रायता नहीं फैलाते।
भाई एक होता है ईमानदारी से लेना और एक होता है नोटंकी कर के लेना , झाँकना तो आप जैसों को आपने अंदर चाहिए कपिल जी किसी की पैंतीस वर्षों की मेहनत और सरलता को आप इस बेवक़ूफ़ाना नज़रिए से देख रहे है ।आपको रोमी जी के बैक ग्राउंड के बारे में क्या जानकारी है ।अगर वो लाख दो लाख माँगे तो उन्हें देने वालों की कमी नहीं है ।श्याम जगत में सबसे सरल मर्यादित और उचित मेहनताना लेने वाले गायक और अपने भजनो से हमारे बच्चों को सही राह पर लाने वाले गायकी की श्रेणी में भैया का नाम आता है आप जैसे लोग श्याम प्रेमी नहीं हो सकते जो ऐसे श्याम प्रेमी का सम्मान नहीं करते आज भी लोग उन्हें सुनने के लिए लालायित रहते है ऐसे कई मंच है जहाँ भैया बीस बीस बरस लगातार जा रहे है अगर उनमें क़ाबिलियत और ईमानदारी न होती तो लोग उन्हें क्यूँ बुलाते ?आपको शर्म आनी चाहिए ऐसी हरकत पर अपनी ऐसी भाषा और सोच पर आपको अपने अंदर झाँकने की आवश्यकता है ।
हक के पैसे तो दिए नहीं जाते उसमें भी लोग सब्जी खरीदने जैसा मोलभाव कर अपनी बनी बनाई साख गिराते नजर आते हैं जिस दिन उसने तुम्हारी कीमत आँक ली तो सोच लेना कितने कौड़ी की रह जाएगी