*जब मै पूरी तरह से टूट गई थी तो उस दिन मैं बहुत मुस्कराई क्योंकि गुरुजी ने कहा था कि जब तुम्हारी मुश्किले शुरू हो जाए समझ लेना कामयाबी निकट है इसलिए उसी दिन से मेरे अंदर पढ़ाई की भावना जाग गई और मैने पढ़ाई शुरू कर दी l*
Par akhir kyu upper caste buddh ke vicharo se nafrat karte hai. Unhone aisa kya kiya tha. Sab buddh ka naam to le lete hai magar koi upper caste buddh ki ek pic ya unke followers ko nicha kyu samajhte hai Dharm sashtro me bhi gali di gyi hai Unko mara gaya. Aisa kya hua akhir
मैम की जितनी तारीफ़ की जाए उतनी कम है। इस शिक्षा जगत में ऐसी महान शिक्षिका का होना अति आवश्यक हैं। मैम में ज्ञान का भण्डार भरा पड़ा है। पढ़ाना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन जिस संस्कृति और सभ्यता के साथ मैम ने पढ़ाया हैं ऐसा मैने पहली बार किसी शिक्षिका को पढ़ाते हुए देखा है।👍🙏😊❣️
बहुत बहुत धन्यवाद मैम बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बुद्ध के जीवन पर प्रकाश डाला बुद्ध पूर्णिमा मनाने का सही अर्थ यही होना चाहिए कॉलेज स्कूल मैं जाना ही नहीं इनके पाठ्यक्रम से ही दूर रखा गया
Abe o gadhe har festival pe holiday hota hai log diwali holi nahi jante kya uspe bhi to chhutti hoti hai aur tujhe buddh purnima ke bare me aaj pata chala kya
नमो बुद्धाय🌹🌹🌹 राजा सम्राट अशोक 🌹🌹🌹 डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर 🌹🌹🌹 संत गुरु रविदास जी महाराज 🌹🌹🌹 जय संविधान 🌹🌹🌹 मेरा भारत देश है महान 🌹🌹🌹..... दीदी आपने बौद्ध धर्म पर बहुत जान कर दी है इसलिये धन्यवाद थँक्यू.... बौद्ध धर्म एक ऐसा है. जिसमे हर एक शब्द मे अर्थ निकलता है. दुसरे कोणी धरम में ऐसा अर्थ नही निकलता.. बौद्ध धर्म का पंचशील ध्वज हे. इसका अर्थ बहुत बडा निकलता है. बौद्ध धर्म में बौद्ध धर्म का नियम पालना बहुत अच्छा है.
अनिता मैडम,गौतम बुद्ध के बारे जानकारी प्राप्त करने के लिए वरसों से मेरी इच्छा थी ,जिसे आप ने आज शुक्ष्म और पूणे रूप से समझाई काबिले तारिफ है।आपको बहुत_बहुत धन्य वाद।your presentation was also very fine. Thanks you very much.
One teacher different quality....not comparable... simplicity...words explanation...word limitations... everything perfect mam ...tnq u so much for this wonderful session...I really saty without skip any time video ❤
Dear ma'am for me you are world's best teacher 🙏🙏🙏🙏. I wish to God everybody gets techer like you . Your teaching skill is amazing 🙏🙏even it doesn't require to watch the video again as everything gots clear in one go . I wish we get your lectures daily and I wish too your channel got famous as soon as possible 🙏🙏🙏
Mam, I'm join your GK class yesterday & watching some of your history class. I think you not only one of the greatest teacher but i can say you are the no 1 teacher. I'm a student of science and no concept of economy, I think you definitely clear all of my doubt coming days. I'm preparing for my state psc exam (W.B.C.S). Hope after clearing the exam I can meet you physically bow down to your lotus feet. 🙏🙏🙏
Ankita madam thank you so much that you have shared useful knowledge about Buddhism and the life of tathagata Gautam buddha,. I salute you and your work.
सिद्धि-हेतु स्वामी गये, यह गौरव की बात; पर चोरी-चोरी गये, यही बड़ा व्याघात। सखि, वे मुझसे कहकर जाते; कह, तो क्या मुझको वे अपनी पथ-बाधा ही पाते? मुझको बहुत उन्होंने माना, फिर भी क्या पूरा पहचाना? मैंने मुख्य उसी को जाना, जो वे मन में लाते। सखि, वे मुझसे कहकर जाते। स्वयं सुसज्जित करके क्षण में, प्रियतम को, प्राणों के पण में हमीं भेज देती हैं रण में, क्षात्र-धर्म के नाते। सखि, वे मुझसे कहकर जाते। हुआ न यह भी भाग्य अभागा, किस पर विफल गर्व अब जागा? जिसने अपनाया था, त्यागा। रहें स्मरण ही आते! सखि, वे मुझसे कहकर जाते। नयन उन्हें हैं निष्ठुर कहते, पर इनसे जो आँसू बहते, सदय हृदय वे कैसे सहते? गये तरस ही खाते। सखि, वे मुझसे कहकर जाते। जाएँ, सिद्धि पावें वे सुख से, दुखी न हों इस जन के दुख से, उपालम्भ दूँ मैं किस मुख से? आज अधिक वे भाते! सखि, वे मुझसे कहकर जाते। गये, लौट भी वे आवेंगे, कुछ अपूर्व-अनुपम लावेंगे? रोते प्राण उन्हें पावेंगे? पर क्या गाते गाते, सखि, वे मुझसे कहकर जाते। *** मिला न हा! इतना भी योग, मैं हंस लेती तुझे वियोग! देती उन्हें विदा में गाकर, भार झेलती गौरव पाकर, यह नि:श्वाय न उठता हा कर, बनता मेरा राग न रोग। मिला न हा! इतना भी योग। पर वैसा कैसे होना था? वह मुक्ताओं का बोना था। लिखा भाग्य में तो रोना था यह मेरे कर्मों का भोग! मिला न हा! इतना भी योग पहुँचाती मैं उन्हें सजाकर, गये स्वयं वे मुझे लजाकर। लूंगी कैसे?-वाद्य बजाकर, लेंगे जब उनको सब लोग। मिला न हा! इतना भी योग। *** दूँ किस मुँह से तुम्हें उलहना? नाथ, मुझे इतना ही कहना। 'हाय!, स्वार्थी थी मैं ऐसी; रोक तुम्हें रख लेती? 'जहाँ राज्य भी त्याज्य, वहाँ मैं जाने तुम्हें न देती? आश्रय होता या वह बहना? नाथ, मुझे इतना ही कहना। विदा न लेकर स्वागत से भी वंचित यहाँ किया है; हन्त! अंत में यह अविनय भी तुमने मुझे दिया है। जैसे रक्खो , वैसे रहना! नाथ, मुझे इतना कहना। ले न सकेगी तुम्हें वही बढ़ तुम सब कुछ हो जिसके, यह लज्जा यह क्षोभ भाग्य में लिखा गया कब, किसको? मैं अधीन, मुझको सब सहना। नाथ, मुझे इतना ही कहना!
Jai Hind sir salute h aap pr mujhe bahut fkr h aap jaise naari ( mahila) ko Naman Naman pranaam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 please mam daily daily class hr topic pr please mam aapse request h
🙏🙏 अंकिता मैडम आपको शत शत नमन।। आपने बहुत ही सरलता और ज्ञान से हमे बौद्ध धम्म समझाया है।। बहुत अच्छा लगा सुनकर।। ये धम्म श्रेष्ठ है।। यहां बुद्ध ने बताए हुए सिद्धांत मानव जाति के कल्याण के लिए हैं।। अहिंसा और सत्य पर निर्धारित यह धम्म हमे अंधश्रद्धा और पाखंड से दूर रखता हैं।। निसंदेह आप होशियार हो किंतु विश्वरत्न डॉ बाबासाहब आंबेडकरजी ने जो ग्रंथ लिखा हैं "बुद्ध और उनका धम्म" उसमे बाबासाहेब लिखते है की सिद्धार्थ गौतम का जब महाभिनिष्क्रमन हुआ था तब वह चुपके से महल से गए नहीं थे बल्कि माता, पिता और पत्नी यशोधरा की अनुमती लेकर गए थे।। आज विश्व में सबसे ज्यादा होशियार व्यक्ति डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी है, तो उन्होंने लिखा हुआ सत्य ही है।। आपसे निवेदन है आप एक बार बुद्ध और उनका धम्म यह ग्रंथ पढ़े।।। नमो बुद्धाय जयभीम 🙏🌹🙏
Mam aap pure world ki best teacher ho..... Aap garibo ka mashiha madam.. jo bche paise ki wajh s achhhi class nhi le pate h aaj o bcha aapka class dekh dhyn ho gya.. mam please aap aise hm sb bhaiyo or bahno padhate rhiye.... Jai hind mam.
बहुत बहुत धन्यवाद मैम आपने महात्मा बुद्ध के बारे में जानकारी दी, हम सदैव आपके आभारी रहेंगे, हमारी दुआ है कि ऐसे ही आप की संस्थान फले फूले, और आगे बढ़े 🙏🎉🎉❤❤❤
मैम आप बहुत बहुत अच्छा पढ़ती है आप का विडियो /लेक्चर जब देखने लगते हैं तो पता ही नहीं चलता है समय का ,हम सोचते हैं कि आप ही के छत्र -छाया में पढे लेकिन हमारा स्लेबस अलग होने के कारण हम आपका क्लास अच्छा से नही ले पाते हैं। धन्यवाद मैम ,जय हिंद जय भारत
विश्वगुरु सिद्धार्थ गौतम बुद्ध का घरेलू ❤नाम "सुकिती" था | यह "पिपरहवा" के बौद्ध स्तूप से प्राप्त अस्थि अवशेष वाले कलश पर लिखे गए धम्म लिपि से ही ज्ञात हुआ है | ❤❤❤