इस पंडित की हमने 3 साल पहले नारायण बगड़ चमोली के एक गांव में धुलाई की थी। क्योंकि इसने कहा था मैं सेम नागराजा का पुजारी हूं लेकिन एक मंत्र भी सेम नागराजा नहीं बोल पाया। उस पिटाई के बाद हमारे क्षेत्र में दर्शन नहीं हुए।
जिस प्रकार तुम जैसे तुच्छ और घटिया विचार वाले, उत्तर प्रदेश के एक "गोसाईं" (गोस्वामी), जो कि- सचमुच ब्राम्हणों में एक श्रेष्ठ और पूज्य जाति के वंशज हैं, ये उसी जाति के वंशज हैं, जिस जाति के "रामचरित मानस" के रचयिता परम पूज्य संत गोस्वामी तुलसीदास जी थे, ऐसे श्रेष्ठ वंश के इस ब्राम्हण भिक्षु के साथ, ऐसा बुरा व्यवहार कर रहे हैं, जैसे उसने कोई बहुत बड़ा गुनाह कर दिया हो । यह तुम जैसे घटिया, तुच्छ (टुच्ची) सोच और संकीर्ण मानसिकता के लोग ही कर सकते हैं । उत्तर प्रदेश के लोगों के पूर्वजों की महान सभ्यता और संस्कृति "अतिथि देवो भव" की संस्कृति की नकल करके, झूठ-मूठ "अतिथि देवो भव" को अपनी संस्कृति बताने वाले असभ्य, तुम्हें "अतिथि देवो भव" की सुन्दर संस्कृति और परम्पराओं का न तो तनिक भी ज्ञान है और न ही तुम्हारे अपने स्वयं के माता-पिता या बुजुर्गों ने तुम्हें अच्छे संस्कार ही दिए हैं । तुम्हारी भाषा शैली और तुम्हारे व्यवहार ही तुम्हारी घटिया पृष्ठभूमि का परिचय देने के लिए पर्याप्त हैं । होना तो यह चाहिए कि- तुम जैसे संकीर्ण मानसिकता के लोग यदि कभी दूसरे राज्य में जाएं, तो- तुम्हें या उन्हें जूते मार-मार कर भगा देना चाहिए । यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां से विश्व की सर्वश्रेष्ठ सभ्यता और संस्कृति ने विश्व में अपनी एक अनोखी पहचान बनायी है और पूरे विश्व को सभ्यता और संस्कृति का पाठ पढ़ाया है । यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां- मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम और कृष्ण ने जन्म लिया है और भारत वर्ष का को विश्व के मानचित्र में युगों-युगों के लिए स्वर्णाक्षरों में अंकित करा दिया है । यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां देवों के देव महादेव का काशी विश्वनाथ मंदिर अपनी पौराणिक कहानियों के साथ आज भी अपनी ओर समूचे विश्व को प्रेरित करता है और यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां- उसके सीमावर्ती क्षेत्र में लुंबिनी में जन्में राजकुमार सिद्धार्थ गौतम ने सेहट-मेहट में न केवल 14 वर्षों तक कठोर तपस्या की और "बोधगया" में "बोधिवृक्ष" की छाया में ज्ञान प्राप्त होने के पश्चात् वाराणसी में "सारनाथ" में पहला व्याख्यान दिया था । यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां राजनीति का क, ख, ग सीखने के लिए आज़ भी लोग पंक्तियों में खड़े रहते हैं और यह वही उत्तर प्रदेश है, जिसने स्वयं से अलग हुए और दूसरों के प्रति "घृणा और वैमनस्य" का बीज बोने वाले उत्तराखण्ड के एक ढोंगी और पाखण्डी को अपने राज्य की बागडोर सौंप दी, जबकि उत्तर प्रदेश में एक से बढ़कर एक असाधारण और दिग्गज राजनीतिज्ञ उपस्थित हैं । इसके पश्चात् भी उन्होंने एक मठ के महंत होने के नाते एक बहुत ही चालाक, चंट और लम्पट, धूर्त और मक्कार को सिंहासन सौंप दिया, वह भी गुजरात के दो बहुत ही घटिया षड्यंत्रकारियों के षड़यंत्र में आकर । यद्यपि (जबकि) उत्तर प्रदेश का एक भी व्यक्ति, चाहे वह कितना ही असाधारण मेधावी ही क्यों न हो, उत्तराखण्ड के संकीर्ण मानसिकता वाले लोगों के बीच कभी विधायक या सांसद तो बहुत दूर की बात है, ग्रामपंचायत या नगर पंचायत या नगर पालिका जैसा चुनाव भी नहीं लड़ सकता है । यह उत्तर पश्चिम ही है, जहां न केवल खुले मन और हृदय से, बांहें फैलाकर सबका स्वागत करने को आतुर रहता है और सबके लिए अपनी सीमाओं के द्वार खोलकर रख दिए हैं । सच यह है कि- यहां के लोग (उत्तर प्रदेश के लोग) जैसे खुली और बड़ी ज़मीं और आसमां के लोग हैं, वैसे ही उनकी सोच और उनके विचार भी खुले और बड़े हैं, तुम जैसे लोगों की तरह तुच्छ और संकीर्ण नहीं । उल्लेखनीय बात यह भी है, कि- उत्तराखण्ड बनने के बाद, आज़ भी उत्तराखण्ड के न जाने कितने लोग पूरी स्वतंत्रता के साथ उत्तर प्रदेश में न केवल रहते हैं, बल्कि अनेक सेवाओं में नियुक्त भी हैं और डा. मुरली मनोहर जोशी और रीता बहुगुणा जोशी (स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा जी की पुत्री) आज़ भी उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ती और जीतती हैं और असंख्य लोग आज़ भी न केवल यहां, बल्कि पूरे देश में रोजी-रोटी कमाते हैं और खूब निश्चिंत होकर रहते हैं । यदि तुम जैसे लोगों की तरह यहां के या शेष दूसरे राज्य के लोग भी ऐसा ही व्यवहार या तुम्हारे घटिया व्यवहार का एक प्रतिशत भी उत्तराखण्ड के लोगों के साथ करना शुरू कर दें, जैसा तुम लोग उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ करते हो, तो- वह दिन दूर नहीं, जब तुम अपनी सीमाओं में वैसे ही कैद होकर रह जाओगे, जैसे कुएं के मेंढक कुएं में । ---------- वन्देमातरम् ! जय हिन्द !
यह तो सब कुछ चल ही रहा है जो कावड़ यात्रा पर एक नया खेल और आपको बता रहे हैं डाक विभाग की तरह इनका सब कुछ बात हुआ है मुस्लिमलोगों का कुछ लोग जमीन देखकर आते हैं कहां पर खाली है कुछ लोग वहां पर बता दिए जाते कुछ लोगों को पैसा देकर वहां पर भेजा जाता है जोगी डाल दी जाती है फिर मजार मस्जिद बना दी जाती है वहीं पर मदरसा खोल दिया जाता है
@@ANKURKumar-hi6zt sahi kaha apne ye muslim moulano, jamati logo ka Gazwa e hind ke tahat Jehad chal raha hai..jaise Bangladesh mei Kiya hai wahi Pakistan samarthak jamati moulvi Bharat desh mei failne mei lage hai....
सत्य है पहाड़ में आने वालों का सत्यापन किया जाना बहुत जरूरी है। अवैधानिक और अवांछित तत्वों के पहाड़ को आश्रय गाह बना आतंकवाद को पुनः स्थापित करने के प्रयासों और निवासियों के जान-माल की सुरक्षा के लिए बहुत ही जरूरी है।
भाई हमारे tehri में ऐसी जगह तो है जहा के लोग साल में कुछ महीने ब्राह्मण के भेष में गांवों में जाते है वो लोग शेम मुखेम एरिया पड़ता है tehri मे वहा के लेकिन ये कितना सच्चा आदमी है वो जांच का विषय है,इतनी दूर तो शायद ही जाते होंगे वहा के लोग,ये तो मुझे गढ़वाली ही नही लग रहा,
पुलिस वैरिफिकेशन मे गवाही नही लेते हैं। धन्य हो इन सज्जन का जो ठग /जालसाज इंसान को भी कुर्सी मे बिठाकर आदर सत्कार कर रहे हैं यही हम उत्तराखंडी कि पहचान है। वर्ना तो लोग पहले इसे कूटते बाद मऊ नाम पूछते °®
मोहित बेटा मैं आपके वीडियो बहुत पसंद करती हूं,काश कर वो वीडियो जो आपने सुशीला तिवारी अस्पताल के लिए आवाज उठाई थी आप एक जागरूक युवक हैं अच्छा काम कर रहे हैं मैं भी पहाड़ से हूं god bless you beta 🙌
आप इसे क्यों बैठा कर बैठे हैं आजकल समय बहुत ख़राब है बहुत युसूफ पठान हैदर अली पंडीत बनें पकड़े गए हैं और आप इसे कह रहे हैं हम नोकरी करने बाहर जाते हैं जो कि बाहर वाले को कभी मत कहना हम बाहर नोकरी करते हैं और औरतें अकेली रहती है घर में धन्यवाद जी
भाई धन्यवाद आपकी तरह सारे लोग लोग को ऐसा ही करना चाहिए भाई कबाड़ी और फेरी वाले जो बिना नम्बर पेलट की गाड़ी सबकों रोक कर पूछना चाहिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
हमें ऐसे लोगों पर दया नही दिखानी चाहिए। भ्रमण करने के लिए थाने से इन्हें पहले लिखवा कर लाना चाहिए। और पुलिस को भी ऐसे लोगों को गांव मे घुसने की इजाजत नहीं देनी चाहिए।
ये रेकी कर रहा होगा। इसके और भी साथी होंगे। गांव में किसी भी अजनबी को नहीं घुसने दें. ग्राम प्रधान की परमिशन के बिना कोई भी अजनबी गांव में न आने देना चाहिये।
Maine khud ranikhet me ek ko pakda..din me baba bankar ghumta tha... Or rat ko jhuugiyo me rehta tha.. Tent me..wo log bahut sare aaye the.unki family bhi thi..usne mujhe prasad me pani pine ko kaha .me ghar par akeli thi.. Achchi bat ye rahi ki maine wo pani nhi piya.. Agle 2-3 din bad maine usko tent me dekh liya subah collage jate time.. Tab sabko bataya
I think we should bring ILP (Inner Line Permit) in Uttarakhand as we already have in most of the NE region/states. This will definitely mitigate the outsider who stroll here in Dev Bhoomi Uttarakhand without any reason.
अरे भाई इसी के जैसे हमारे गांव में भी आया था एक मैंने केवल इतना कहा था कि भाई आजकल बहरूपिया भी चल रहा है इतना ही कहा था इतनी तेजी से भागा पीछे नहीं मुडा मैंने रुकने को कहा तब भी नहीं रुका
प्लेन्स किसी कि जागीर नहीं है। ये धमकियां न दो कि भगाये जायेगे - जो गलत होगा वो डरेगा जैसे ये यूपी वाला कर रहा है - जोकि बिलकुल गलत है । ढोंग पाखंड करोगे तो कभी न कभी फंसोगे ही - ये तो पाहाड है कि पाखंडी / जालसाज इंसान को भी कुर्सी मे बिठा कर आदर कर रहा है। वर्ना तो..... पहले कुटाई होती बाद मे पूछताछ °®
Krlo verification humare log nahi jaare tumhare plains k gaon gaon bheek maagne ya suit chudiyan bechne or fir chori krne.. hmare yaha ye sab chze hori h tbhi ye rules lga rkhe h... or saare chori krne waale tumhare plains waale hi h... jaha hmare log agr plains m aesi harkat kre toh tum log bhi bhaga dena.. pr agr hmare state m aesi chze hori h toh hum toh rokne ki koshish krnge hi... or tumhe apne yaha rule lgaane h aese toh lga lo.. pr sach toh yahi h ki tumhare hi aas paas k log chori krte h or do kaudi ka bharosa aapas ni h tum logo ka....
Bahut satir hai, isko police station bhejo, sab murkh bana raha hai, He is not from uttrakhand, adda banana ke taiyari kar raha hai, inka group active hai, gharo ko dekhkar looting inocent people
कल 09.06.2024 को "हिंदू गौरव दिवस" मनाया जाएगा❤❤❤ 🕉️🚩जय श्री राम 🚩🕉️ 🌺💖जय श्री कृष्णा 💘 🔱🕉️हर हर महादेव 🌴🌹 🌹🌱वंदे मातरम् 💝🌺 🚩भारत माता की जय🇳🇪💞 🕉️🚩 *धर्म की जय हो और अधर्म का विनाश हो* 🍁🚩🌹🙏
Shi keh re ho m khud yha kisi ko aadhar card bnate dekha tha wo b ghumte hua ap belive ni kroge scan tk hota h wo koi website thi usse bna re the or uske 30 rupe cut re the or wo 100 rupe lera tha ...aadhar card ka b bhrosa na kro bhai
Kuchh Brahamano ke kaaran hi aaj tak Bhaarat raastra ka patan hota aaya hai. Jab jab Brahmin ka niji swarth lobh laalach aur ghrina chhua chhoot Wale anuchit vichar uske kaaran anuchit vyavhar jab unke sar chhada tab tab Bhaarat ko kabhi Arbon ki nazayaz beejon ki paidaish islaam auladon ne kabhi Angrezon ne aur kabhi kaale Angrezon [Congress] ne gulaam banaya itihaas iska sakshi hai aur Brahmin koi jaat nahi jo gyaan deta hai wohi Brahmin aur woh koi bhi ho sakta hai . Kyonki yeh ek varn hai na ki jaat...
भाई साहब आधार कार्ड भी आधे झूठे पाए जाते है भाई इसी तरह अगर कोई इसी तरफ का कोई आदमी आता हैं तो उसके आधार कार्ड पर इनकी जन्म तिथि को जांचे बहुत लोगो की एक ही तिथि लिखी होगी और इनसे कहो अपनी पंचायत के प्रधान का मोबाइल नम्बर लो और उनसे बात करो
Bhai जी ये कोई ब्राह्मण नही है इसकी बोल शब्द देखो भाई जी ऐ सब झूठ बोल रहा है अगर ब्राह्मण होता तो एक रुपये से क्या करेगा इन्होंने अपनी टीम बना रखी है तभी तो अपनी भाषा बोल रहा है