पूर्ण सत्य को प्रकाशित करती बहुत सटीक video है लेकिन कुछ स्थान पर थोड़ा confusion भी प्रकट होता है जैसे कि यदि महृषि के अनुसार ब्रह्मा विष्णु शिव आदि सत्य हैं तो क्या उनके दर्शन से सत्य अर्थात मोक्ष अथवा आत्म ज्ञान हो सकता है ????
दर्शन किसको होगा? इन चर्म चक्षुओं को? नहीं ये केवल भौतिक संसार को ही देख सकते है.. अर्थात मिथ्या को मिथ्या के दर्शन हो सकते है.. और वह परम सत्य है। अगर सत्य के दर्शन करने है तो उस के लिए स्वयं के साक्षात्कार की आवश्यकता है... तत्त्वमअसि श्वेतकेतु।।
🕉🙏विश्वगुरु,द्वारपाल, महाकाल,अद्भुत सेनानी,दिव्य महापुरुष,अवतारी,सायरन, World Leader,Great Heart,Supreme का नाम G से शुरू होता है,1st work is stop corona Vaccination.🐮गौसेवक🌎द्वारपाल🙏🕉 🕉Help me_ Stop korona Vaccinations🧘♂️अदभुत सेनानी 🐮🌎जय गौमाता🌎🐮 🕉🧘♂️जय गुरूदेव🧘♂️🕉 🙏🐮जय गौमाता🐮🙏
Parmatma jis tarah maine experience kiya hi samjha hi.. Theek usi tarah maharshiji ne explain kiya hi.. Pahle self realization deep mein karenge.. To in saari baton ko samajh paayenge warna nahi
आप'ने इस्वर का सत्य बताकर साक्षात परमेश्वर के दर्शन करवाय हम आपका अभीनदन वंदन करते है दंड वत प्रनाम करते है कि परमेश्वर हर आत्मा मे सदव वास करते हे उपस्थीत रहते है हर हर महादेव 🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏
आपके विडियो बहुत उपयोगी हैं.... कृपा करके अपनी आवाज को माइक आदि द्वारा थोड़ा सा धीरे और मुलायम कर ले....क्यों की इसमें खरास का अनुभव होता है जो सुनने में अच्छा नहीं लगता... ॐ
भगवान आत्मा का पिता परमात्मा है जो आत्मा के जैसा ही निराकार अदृश्य शक्ति है। लेकिन वो है परम् आत्मा जो जन्म, मरण के चक्र से मुक्त है। वो ज्ञान का सागर, पतितपावन, समस्त मनुष्य आत्मा मात्र की सद्गतिदाता है। वो न ही सर्वव्यापी है और न ही समस्त जीवो में विद्यमान है। वो ब्रह्म महा तत्व में रहने वाला है। उसका नाम शिव है जो निराकार परम् सत्य, परम् शक्ति है। हम आत्माएं उनके सन्तान है। आत्मा चाहे तो परमात्मा का स्वरूप बन सकता है लेकिन परमात्मा कदापि नहीं बन सकता क्योंकि बेटा बाप जैसा तो बन सकता है लेकिन लाख कोशिश करने पर भी खुद अपना बाप नही बन सकता। ओम शांति।
Brahmakumaris ka Gyan jo hai Gadbad hai. Jaha Dvait hai vaha Bhram hai, Advait hi Sampoorn Satya hai. Om Shanti 🙏 Aap Gyan Maan kar chal rahe hai, Jaan kar dekhiye Satya shabdo se pare hai. Sab dharnaye chhod dijiye, swayam ki khoj kijiye sab bhrantiya mit jaengi, Yeh dusro ka Gyan Udhar ka Gyan hai, khud me Gyan nahi aya hai abhi 🙏