भगवान की पूजा में किसी प्रकार भी यदि दोष होता है। तो बच्चे तो पैदा होना ही असंभव है। पूजा में शुद्धि की आवश्यकता चित्त की है। शरीर की शुद्धि स्नानादि से ही हो जाती है। उसमें किसी प्रकार का भेद और व्यवहारिक नहीं है।
गुरु एवं संतों की बातों को बिना किसी तर्क के माना जाता है तभी उसका फल भी प्राप्त होता है। लेकिन कलयुग का इतना भयानक असर है कि लोग गुरुओं की बातों में भी तर्क निकलते हैं, शास्त्र की बातों में भी तर्क निकलते हैं सबको अपना ज्ञान जरूर देना है।
गुरु जी आपकी चरणों में कोटि कोटि प्रणाम। सं सारिक जिबन मे हाम दो कामरे के रूम मे रेहते हुये उसी मे भगबान कि पूजा कर सकता हु किया? समा किजिए हिन्दी मुझे कम आते हे। अपकि कथा बहुत आछा लगता है मुझे 🙏🙏🙏
गुरुदेव के चरणों में सत सत कोटि नमन चरण स्पर्श गुरुदेव में यूट्यूब में कथा सुनता हूं परंतु अच्छे अच्छे कथावाचक भी भगवान की लीला वर्णन संक्षिप्त में करके अन्यत्र इधर उधर की बातें या व्हाट्सएप सोशल मीडिया की कथा या अपने गुणगान बगैर इत्यादि करते हैं तो मेरे को उचित नहीं लगता उन कथा वाचक के प्रति भाव बिगड़ जाते हैं क्या यह दोष है और ऐसा मेरे से ना हो कृपा करके इस बारे में मार्गदर्शन करें
श्रीमान जी को मेरा प्रणाम मैं नीलेश शर्मा जैसलमेर राजस्थान से एक प्रश्न करना चाहता हु आपके बताए अनुसार शास्त्रों में लिखा है कि मंत्र का जाप गुरु से दीक्षा लेकर ही किया जाना चाहिए कई लोग जो केवल पुस्तको से देखकर मन्त्र जाप करते है वह सही नही है। मेरा प्रश्न यह है कि क्या कोई भगवान शिव को अपना गुरु मानकर किसी अभीष्ट मंत्र का जाप शुरू कर सकता है क्या ? आज कल यूट्यूब पर कई लोग भगवान शिव को गुरु मानकर मन्त्र जाप करने की विधियां बताते है क्या ऐसी कोई विधि शास्त्रों में दी गई है।
Guru ji m to jb bhi mandir jaati hu ya kisi katha ya kirtan m jaati hu.. Meri ankhe bhar aati h..mai to apne aashu rok nh pati hu.. To kya yeh bhi dosh hai? Kripa krke isske bare m bataiye🙏
Guru ke prati asradhhalu log sikhne nahi unse tark karne ke liye aate hai.. Comment mein bhi unhe pranam karne ke wajay guru ko hi gyan de rahe hai.. .. 🤦🏻♂️ Murkh logo ke comment ko reply mat do.. Just apna positive comment chor do.. Do not reply to negative comments
Humare sanatan dhharm me temple 1 income bananeka madhhyam ho Gaya he jo trusti ya jo temple ka samuh members hote he unke acount me lakhho or crowd rupaye hote he .God ko insan bech rahe he dekhna ho to pese do ye kya .
Lekin kahi dharmik sthan per jate h to pandit g dekh rahe the jo paisa diya usko khub ashirwaad diye jo paisa chadhawa nahi deta usko na ashirwaad dete h uper se insult karte h
किसी भी भगवान का कोई सबूत बताओ। कब तक लोगों को मूर्ख बनाते रहोगे? खुद तो शुद्ध राजनीति कर रहे हो और दूरों को पूजा पाठ और पाखंड में धकेल रहे हो। सनातनियों के सबसे बड़े धर्मगुरु को इस बात से तकलीफ हो गई कि राम का मंदिर क्यों बन गया और ये राम के नाम पर ही मुफ्त की मलाई खाते आए हैं सदियों से।
Maharaj, mujh se ek dosh hua tha, Maa Bhagvati Kali ke mandir main ek Admi Sarab( Alcohol) pike aya tha, main ne usko thora Rude hoke baat Kiya tha, Maa Kali ko pasand nahi aya tha usidin shyam ko mere Left leg tuth Gaya. Mujhe Uss pap ka punishment mila , mere upar aur dosh nahi hain na!