तू सर्वेश सकल सुखदाता शुद्ध स्वरूप विधाता है। उसके कष्ट नष्ट हो जाते शरण तेरी जो आता है। सारे दुर्गुण दुर्व्यसनों से हमको नाथ बचा लीजे। मंगलमय गुण कर्म पदार्थ प्रेम सिंधु हमको दीजे।।
जय हो विश्वकर्मा ब्राह्मणों की जय हिन्दू सनातन संस्कृति और धर्म की जय हो भारत मे हर मुसलमान हिन्दू से कन्वर्ट होकर मुसलला बने हुए हैं और इनको वापस हिन्दू समाज मे लाना चाहिए