अपने भवन में कुआं या पानी की अंडरग्राउंड टंकी बनानी हो तो वास्तु नियमों का पालन अवश्य ही करें क्योंकि पानी का संचयन अलग अलग दिशा में अलग अलग होता है और इसके प्रभाव भी अलग-अलग होते हैं प्रभाव और दुष्प्रभाव जानने के लिए इस वीडियो को देखें इसके साथ साथ कुआं बनाने या बोरिंग कराने के समय शुभ नक्षत्र एवं शुभ वार का भी ध्यान रखें क्योंकि शुभ नक्षत्रों में खनन किया गया बोरवेल या कुआं शुभ फल देता है शुभ दिनों में खनन किया हुआ बोरवेल या कुआं शुभ फल देता ह| इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कूआ या बोरवेल के खनन के पहले उच्च भूमि यानी भूखंड का पूजन पंडित के माध्यम से अवश्य करना चाहिए और उस स्थान को भी चिन्हित करके जहां कुआं बनाना हो या बोरिंग खनन करना हो उसका भी पूजन करना चाहिए उसके बाद ही खनन प्रारंभ करना चाहिए यह अति आवश्यक है आइए वीडियो में देखते हैं
भवन निर्माण में कुआं बोरिंग का स्थान कहां हो इस पर गहन चिंतन करना चाहिए सोच समझ और सलाह लेने के बाद ही खनन प्रारंभ करना चाहिए #वास्तु #कुआं
24 май 2021