नदी में जाओ पत्थर लुड़क लुड़क के सेकडो भगवान की मूर्ति जेसे बन गए हैं उसके बारे में कहना चाहते हैं अंधभक्त लोग , हम भी मानते जरूर है पर इतने भी अंधभक्त नही है
वहां रे इंसान, गजब की माया है भगवान आदिवासी बाबा है ये पुजारी और इनको ही आदिवासी समाज बदनाम करने की कोशिश करते हैं, थोड़ी तो भाईचारे की रहम करो, ये आपका ही तो भाई बेटा है रिश्ते में,
राजकुमार रोत ने क्या गलत बोला हें आजादी से पहले हमारा धर्म कोड अलग था ,उसी को वापस लागू करो और रहीं बात धर्म की तो जब इस देश में धर्म की उत्पति ही नहीं हुई थी उससे पहले आदिवासी निवास करता आ रहा है तुम केसे किसी धर्म का थप्पा लगा सकते हो आदिवासी पर।
लोग जुड़ रहे हैं एक एक करके घटने वाले नही है और टूटने वाले नही है । भले हम bjp को कुछ नही कहते है कोग्रेस कुछ नही कहते है । पर बाहर आ के देखो तब मालूम पड़ेगा । की bjp के लोग क्या क्या करते हैं
किसी भी समाज कि बात करना पहले बात सुनो कोन बोल रहा है यह बाबा जी आदिवासी समाज से है और तो और यह बाबा जी डेण्डोर है ईसी लिए कहते हैं भाई ब्राह्मणों पर शक करना यह गलत है पहले बात सुनो फिर टिप्पणी करे 🙏🙏🙏🙏🙏
जो भी सनातन का विरोध करता है देवी देवताओं का अपमान करता है उसका वजूद मिट गया इतिहास गवाह है जिसके बाप दादा हिंदू धर्म को मानते आए आज राजनीति को चमकाने के लिए अपने आपको सर्वधर्म से अलग कहना उचित नहीं है । 'विनाश काले विपरीत बुद्धि' !
सजाने कटारा सर मेरे बफ तथा ओने सुनाया गुटिया आभा का इतिहास बसपन से हम सिरा पूजते है उसी को ही सनाथन थरम या हिंठू थर्माकोल से जाना जाता है और हम हिठू है सर हमारे हर गांव मे माताजी कमथिंरहे औरबजरंग बलि कभी है इस प्रकार हमारी ठेवी झाह्मा माता जी ने सभी भीलो को अपना प्रिया भगत कल कुठर्थ मना है सर जये रामजी के
बाप दादा कर के गए हे वो हम भी मानते है पर वो तब बिना पढ़े थे तो उनको धर्म के मामले में बहका दिया था लेकिन अब हम पढ़े लिखे हमे समझना चाहिए की हम कहा जा रहे हे हमारी समाज कहा हे दादा आपकी तो उम्र निकल गई है आप बस थोड़े दिन के मेहमान हो पीछे हमे ही संभालना है 🏹जय जोहार 🏹 जय आदिवासी 🏹
Rot ji aap sahagars kartey raho bhagavan aapko khush rakhe ga our aap ko dusra samajka aadami nahi bolsakta esliye apna hi bol raha hai Jay jay adivasi jay johar ❤❤❤
इनके दिमाग में शुरू से ही इस प्रकार की भक्ति का भ्रम डाल दिया हैं उस मार्ग पर निरंतर चल रहें हैं । कभी मुड़ कर नहीं देखा की वास्तविकता क्या है? इस लिए आदिवासी अंधभक्ति ओर विश्वास के चक्कर पिछे रह गया है । नहीं आदिवासी इस देश पर राज करता ।
तीसरे नंबर पर है द्वापरयुग. इसकी आयु करीब 8,64,000 वर्ष थी और इसमें मनुष्य लगभग 1000 वर्ष तक की आयु तक जीवित रहे हैं. इस युग में मनुष्य की लंबाई 11 फीट हुआ करती थी. कंस के संहार के लिए भगवान कृष्ण का अवतार द्वापर में ही हुआ था । तो द्वापर युग में लंबाई 11. फिट थी तो उनके पैर इतने छोटे क्यो है। सोचने वाला विषय है। 😂😅
मंदिर में रूपयो की जगह फूल चढ़ाए फिर देखते है बाबा लोग क्या करते हैं ये कैसे हो सकता है की एक ओरत के 100 बच्चे हो यदि 100हो भी जाते तो 100वे बच्चे के जन्म पर उस औरत की उम्र क्या रही होगी सोचिए विचार विमर्श कीजिए श्रुति साहित्य पे आंख बंद कर के भरोसा नही करे जय मानवतावाद जय जोहार जय प्रकति
महाराज जी को यह भी पूछना चाहिए था कि हिंदू धर्म कब से माना गया और मंदिरों का निर्माण कब हुए। आदिमानव कब हुआ उसके बारे में हमें पता नहीं है इसलिए जानकारी
पत्रकार महोदय जो पुजारी जी बता रहे हैं ऐसा वहां कुछ भी नहीं है यह कृष्ण भगवान का है यह क्या सबूत है कहां लिखा हुआ यह कृष्ण भगवान का लिखा हुआ कहीं है नहीं है यह आदिवासी जरूर है लेकिन यहअनपढ़ इनको हिंदू की परिभाषा पूछो कोई अता पता नहीं होगा यह सब कल्पना ही बता रहे हैं भाईसाहब इसमें कोई सच्चाई नहीं है
जिसको शिक्षा का अधिकार नहीं था पुजा मन्दिर में प्रवेश नहीं था वो आज पुजारी बन कर आदिवासी संस्कृति को भुलाने में लगा हुआ है भाइयों-बहनों पहली भक्ती श्रध्दा भगत लोग बनाने का काम आदरणीय श्री गोविन्द गुरु जी व उसके बाद में मामा बालेश्वर दयाल जी ने किया है भगत बनाने व जागरूक करने वाले हैं आदिवासी समुदाय को शिक्षा इन दो महान पुरुषौं की है जो सन्त महराज ने किसकी भक्ति की है यह आदिवासी समुदाय संस्कृति को कितना जानते हैं धन्यवाद भाई बहनों को ऐसे लोगों से सावधान रहें जो अन्धकार में रहना पसंद करते हैं अन्धभक्ति करते हैं
राज कुमार रोट, कुर्सी,के, लालस,, गलत, बोल रहा है, आदिवासी, दारू, पीने से, पहले,भी, राम राम, बोलते है,और, पावना, घर, आता है तो, भी, राम राम, बोलते है,,आदिवासी,तो, खास, राम, भक्त है,हम,भी, आदिवासी, हम, हिंदू, है, जय श्री राम जय श्री राधे श्याम, जय श्री, गजानन, जय श्री, खेड़ा, पति, हनुमंत, जय श्री, सावन,माता
तुम्हारे बाप कृष्ण का तों सब जानते हों कभी एकलव्य का भी जान लीजिए मैं किसी भी भगवान को नहीं मानता हू जिस दिन दिवार पर बिना कील तस्वीर लटक जायेगी उस दिन से भगवान को मानुगा नहीं तो सब पाखण्ड है तुम्हारे भगवान मै दम है तों मेरा बाल बांका कर के दिखाए जय कुदरत
नांगरे बाबा की कहानी कहां से आई है ऐसे बाबा ने हमारे समाज को डूबा रखा है इसको पूरा पता ही नहीं है घोटिया अंबा का इतिहास क्या है घोटिया अंबा हमारे आदिवासियों का है किसी और का नहीं
आदिवासी समुदाय ने शरण दी गई थी जो साधु के द्वारा जो बताया जा रहा है इनसे पुछो कि तुम्हारे पुरखों में कौन-कौन पैदा हुए थे इनको पुर्वजों का इतिहास का पता नहीं है वो अनगढ़ कहानी बता रहा है जो सुना है वो बात कर रहा है
ऐसे निशान हमारे गांव के पास जाखम नदी के किनारे भी थे जिसको हटाकर वर्तमान में हांडा खेड़ा पिकअप बनाया गया है। इनको को पहले पता चलता तो वाह पर भी पांडव से जुड़े बता देते 😂😂 वाहे रे 😅
Hmare yha bhi he ek pahadi par do per aur hath ke nishan aur bethne ka nishan pathar par to wha to shankarbhagwan aaye the u btate he par wha aaj tk koi dhyan nhi deta