नमस्कार
मज़दूर दिवस पर विशेष
आप और हम हर कोई मज़दूर हैं जो किसी ना किसी माध्यम से किसी na किसी स्वार्थ से किसी ना किसी रूप में मज़दूरी करते हैं। लेकिन मजदूर दिवस पर आज हम आपको एक अलग पहलू से रूबरू कराने जा रहे हैं स्क्रीन पर आप जो देख रहे हैं यह रायपुर से लगा हुआ ग्रामीण क्षेत्र का सड़क ओल्ड धमतरी रोड है। ऐसा ही दृश्य रायपुर से लगे हुए लगभग हर सड़कों की है, जो गांव गांव को शहरों से जोड़ती है। आप सड़क पर देख पा रहे होंगे शहर की तरफ आने वाले लेन पर काफी भीड़ है लेकिन शहर से वापस गांव की तरफ जाने वाला लेन लगभग खाली है। ऐसा क्यों है…? ऐसा इसलिए है क्योंकि गांव से निकलकर रोजी, मजदूरी, व्यवसाय करने के लिए शहर का रुख करने वालों की तादाद अधिकतम है।इसमें हर वर्ग के लोग है। वर्ग अर्थात कार्यों के क्षेत्र में वर्ग जैसे कि पैदल चलने वाले जो दिख रहे होंगे वह शहर और गांव से लगे हुए बड़े-बड़े कालोनियों में बाई का काम के लिए महिलाएं आती हैं। साइकिल पर चलने वाले राहगीरों को देख रहे होंगे वे रायपुर में दैनिक वेतन में रोजगार करने वाले हैं। शहर के कई चौक चौराहो पर चौड़ी लगती है वहां के लिए इन लोग जाते हैं। तो कुछ लोग कई छोटे-छोटे दुकानों पर काम करते हैं। मोटरसाइकिल से रोजगार करने वालों के भी तादाद है काफ़ी है। इन सब के बाद कार से आने वाले लोग भी हैं जो या तो व्यवसायी हैं, किसी निजी या फिर कोई शासकीय सेवा में भी कार्यरत लोग मिलेंगे। कहने का तात्पर्य यह है कि छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा शहर राजधानी रायपुर जो कई प्रकार के रोजगार उपलब्ध कराती है और कई परिवारों का घर चलाती है। ऐसा शहर जहां लोग अपने दिन भर की रोजी मजदूरी करने के बाद शाम को फिर वापस अपने घर जाते हैं। क्या यही रोजगार हर गांव में, हर ग्रामीण क्षेत्र में उपलब्ध कराया जा सकता है…? जिस दिन ऐसा हो उस दिन मज़दूरों के सम्मान में मजदूर दिवस चरितार्थ हो। लोगो को अपने परिवार के बीच अपनों के बीच रहकर रोजगार उपलब्ध हो सके तो इससे अच्छे दिन और नहीं हो सकते। मजदूर दिवस के दिन हम जैसे समस्त मजदूरों को हार्दिक शुभकामनाएं जो किसी ने किसी माध्यम से अपनी मजदूरी कर रहे हैं चाहे जीवन जीने के लिए हो या चाहे पेट पालने के लिए हो।
धन्यवाद..!!
16 сен 2024