Bilkul sahi kahe apne, es do Gujarati ponoti besharam nich kair unpord gawar chor Gunda dalal Douglas feku tadipaar repist jhuta lutera jumla bajo ko bhagao desh bachao.
Jo bhi adhikari isme doshi Paya Jaye uske uper manhani ka case or usko Jail me dalna jaruri hai... Government agency hai bolke fayda utha rahi hai har ek government department me hona chahiye... Jo bhi na Kam kare or jo bhi galat kam kare use turant action leke nikal dena chahiye ..... To hi bhrastachar kam ho jayega ....
अगर सिसोदिया जी के खिलाफ कोई अपराध साबित नही हुआ है तो ED की टीम में जो जो मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी करने गये थे उन सबके खिलाफ कड़ी कारवाही करे और नौकरी से सस्पेंड करे और 10 साल के लिए जेल मे भी डाल दिया जाये
साँप और सीढ़ी के खेल का उदाहरण सुप्रीम कोर्ट के जज का देना सरकार के मुँह पर तमाचा है।इतनी फटकार लगी कि जिसका कोई हिसाब नहीं।अब तो सो मोटो लेते हुए न्याय के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट को इन झूठे अधिकारियों का भी ट्रॉयल कोर्ट बनाना चाहिए, जिससे न्याम प्रभावित न हो जो गलत तरीके अपनाते हैं अधिकारी सरकार के दबाव में उन्हें भी सज़ा हो।
सत्य की जीत हुई और मेरा अब सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध है की उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाए जिन्होंने इन्हें झूठे केस में फसाया है सबको सस्पेंड कर देना चाहिए
न्याय की जीत हुई लेकिन मनीष सिसोदिया जी के 17 महीने किस प्रकार वापस आएंगे। सिसोदिया जी को 17 महीने कैद में रखने पर सुप्रीम कोर्ट किसको जेल में डालेगा। विपक्षी दलों को ,ED अधिकारियों को या निचली अदालत के जजों को।
मनीष सिसोदिया के आत्मा का दर्द छलक ही गया आतिशी जी से........ पूरा दिल्ली जिनके बच्चे सस्ती शिक्षा अच्छी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, इस दर्द को महसूस कर रहा होगा। डंकापति अपने शिक्षा माफिया मित्रों को दिल्ली की जनता के शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों को लुटने/ लुटाने में अब असफल हो जायेंगे। डंकापति के अमृत काल का रामराज्य है, सच्चे जनसेवकों, देशभक्तों की आवाज़ का दमन किसी भी हद तक जाकर किया जाएगा।
अदालत को तय करना चाहिए ऐसे सताया जाए कोई तो सताने वाले की जवाबदेही तय हो। नही तो जनता सड़कों पर निकले इंसाफ़ के लिए तो भारत जैसे लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं होगा।
@@FactFinder1988 श्रीलंका, बांग्लादेश की राह पर अपना देश है, हिंदू मुस्लिम करना, विपक्ष के नेताओं को जेल में डालना, इलेक्शन कमिशन की नियुक्ति से सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को हटा देना, बेरोजगारी पर बात नहीं करना, यही बीजेपी करती है।
मनीष सिसोदिया को ई डी और सीबीआई पर रिटर्न केश करना चाहिए जो एजेंसीया 17 महीनों में भी एक भी सबूत नहीं जुटा सके इन अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का केश हो और जवाब मांगा जायें ये गिरफ्तारीया किसके इशारे पर हुई वो भी ठीक लोकसभा चुनाव के पहले। ताकि सच्चाई जनता को भी पता चले । जय हिन्द 🇮🇳🇮🇳
सुप्रीम कोर्ट को उसे मीडिया वाले पर भी सत्य कानूनी कार्रवाई करना चाहिए जो अधिकारी और मीडिया वाले मनीष सिसोदिया को बिना दोषी दोषी साबित कर रहे थे उन्हें भक्तों पर भी सुप्रीम कोर्ट को डिसीजन देना चाहिए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट सर्वोत्तम है और जब इतने दिन तक उसकी जिंदगी खेलने वाले अधिकारी को छोड़ना सुप्रीम कोर्ट को कौन माने दे देगा
निचली अदालतों में लंबित मामले इसीलिए pending हैं तारीख पर तारीख देकर । कानून और धाराएं तो एक ही होती है लेकिन ये ट्रायल कोर्ट डरपोक और दबाव में काम करती हैं।
आपको मालूम होना चाहिए मै बहुत पहले ही कई बार लिख चुका हूँ ।भाजपा अपने कर्मो से हारे गा और उत्तर प्रदेश ने बहुत अच्छा किया भाजपा को सिर्फ इडी सी बी आई आदि जांच एजेंसियों के कारण हार हुआ ।मांनीय सुप्रीम कोर्ट ने श्री मनीष सिसोदिया जी को जमानत देकर बहुत सही निर्णय दिया हैं ।इसके लिए कोर्ट को बहुत बहुत धन्यवाद ।
धन्यवाद एवं आभार रवीश जी । बहुत अच्छी प्रस्तुति है आज की भी । अब प्रधान-मंत्री मोदी एवं उसकी कठपुतली जांच एजेंसीयो को अकारण अपने राजनीतिक विरोधियों को प्रताड़ित करने के पाप के लिए बिना देरी किये देश की जनता से क्षमा याचना करनी चाहिए ।