Jay Bhim, Namo Buddha महाराष्ट्र और अन्य राज्यों के दलित संगठनो के साथ आपस में जुड़ाव और समन्वय क्यों नहीं है। इसकी कमी से जो ताकत देश में दलितों की होनी चाहिए, वह बंटी हुई दिखती है। जब भी कोई दिल्ली में प्रदर्शन दलित उत्पीड़न और अन्याय के खिलाफ होता है, दलित आदिवासी अधिकारों को खत्म करने या न्यायालय से दलित विरोधी निर्णय आने के बाद दलित सभी राज्यों में अलग अलग प्रदर्शन करते हैं, कहीं कहीं ये सब नहीं भी कर सकते। ऐसा क्यों है। जबकि मनुवादी सत्ता, प्रशासन, न्यायपालिका कार्यपालिका लगातार दलितों के खिलाफ निरंतर काम कर नुकसान पहुंचा रही होती है