Sir, hamari Dadi kehti thee ki jo masoor khata hai vo Suar khata hai, please batayen ki vo esa kyun kehti thee, vo Pakistan mein rehti theen, esa kehne ka kya koi reason tha?
@@raniinwateभाई साहब इन बाबाओ के चक्कर में ना पड़े यह बाबा है सिर्फ बकवास करते हैं मसूर की दाल की तासीर गर्म होती है यह गांव वाले कहते हैं हम लोग ज्यादा इन्हें सेवन करते हैं इनका सेवन करने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है शरीर में पित्त बढ़ जाती है शरीर में गर्मी होने लगती है यह महिलाओं को अन स्थिति महिलाओं को खिलाया जाता है जिनके स्तन में दूध नहीं होते हैं बच्चे को पिलाने के लिए डाल देने के बाद वह स्तन से दूध उतरते हैं इनका तासीर इतना गर्म होता है कि यदि आप गर्मी दिन में खा ले तोआपको सर दर्द हो सकता है गर्म पदार्थ को जितना आप लेंगे उनसे पित्त बढ़ेगा और जितना पित्त बढ़ेगा उतना शरीर में आपको कहां पड़ेगा इसलिए आप ही नैना सेवन करें
मसूर की दाल की तासीर गर्म होती है यह शरीर की तापमान को बढ़ाता है यह डाल केवल ठंडी के दिनों में खाना चाहिए जिन प्रसूति माता को दूध काम होता है बच्चे को पिलाने के लिए उन्हें यह 100 ग्राम करके प्रतिदिन आहार में दिया जाता है यह दूध को स्तन से उतरता है यह इतना गर्म होता है कि यदि अगर कोई पुरुष खा ले तो उन्हें पित्त की बीमारी हो सकती है यह एक प्रकार का तामसिक भोजनहै यह मनुष्य के काम कोबढ़ता है मसूर की दाल का सेवन करने से मनुष्य में आनी मर्दों में काम बार बार करने की इच्छा बढ़ती है जो आदमी इंदल का नियमित सेवन करेगा वह कभी पूजा पाठ नहीं कर पाएगा यह दल दिमाग को गर्म कर देती है यह डाल अगर आप सेवन करते हैं तो आपके शुक्राणु में गुणवत्ता की कमी हो सकती है हमारे गांव में कहा जाता है कि जो मशहूर की दाल का सेवन जो मर्द करेगा वह सिर्फ बच्चियों ही पैदा होगी और रही इन बाबाओ की बात तो इन्हें अच्छी तरह से पता नहीं है क्योंकि यह खुद उपयोग नहीं करते हैं खाकर नहीं देखते हैं और सिर्फ किताबी ज्ञान बताते हैं मन की तस्वीर वाली बात आयुर्वेद में सही है मगर बिल्कुल सब सही नहीं है लोग इतने बुड़बक हैं कि कुछ बाबा की बात आंख मूंदकर मान लेते हैं अपना दिमाग लगाते ही नहीं है और उन्हें बार बार प्रणाम प्रणाम प्रणाम प्रणाम आपके चरणो में प्रणाम करने लगतेहैं और इन बाबाओ का हिम्मत सातवें स्थान पर चढ़ जाता है इसलिए कोई भी चीज पहले खुद खाकर देखें और उनका गुणधर्म महसूस करें उसके बाद ही आप समझे कि वह बात सही है जो बाबा जी ने बताया है मुझे भी आयुर्वेद के बारे में अच्छी जानकारी है मैं भी लगभग 350400 आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां के बारे में जानता हूं मेरा घर खुद झारखंड का हैऔर यहां कितनी जड़ी बूटियां है कि कहां नहीं जा सकता है जब मैं ऐसे वीडियो देखता हूं तो कभी-कभी हमें हंसी आ जातीहै जो ठंडी है उन्हें कम तासीर बता देते हैं जो गर्म तासीर होने या ठंडी तासीर वाला बतादेते हैं और देखने वाली खुशी खुशी कहते हैं और फिर बाद में पछताते हैं
Guru ji masoor ki dal jab bhe koi khaye dese ghee ya sirka k sath use kare khoon gadah karti h zayada khana gas peda karti h bawser main bohot nuksan karti h jin ko yaat ka marz ho ya bawasi ho jin mahilaon ko bilidimg zayada hoti ho wo iska use na karen