महिसासुर(बोदाल पेन)और रावेन गोंगो करने से रोकने पर धरम टेकड़ी चौंकी प्रभारी से चर्चा ।
हर वर्ष इसी समय कोयतुर सांस्कृतिक पुरखाओं के विषय में प्रशासन से बहस होती है,उसके वबजूत इस विषय में बैठकर कोई समाधान नही निकाला जा रहा है,जबकि धार्मिक आयोजन के संबंध में जिला स्तर पर ऐसे विषय में जिला प्रशासन बात करती है,जिसमे आदिवासी मुखियों को दरकिनार कर दिया जाता है ,कोई सूचना तक नही दी जाती ।
आदिवासी सांस्कृतिक स्थल व पेन पुरखा का अपमान लगातार जारी रहता है,आपत्ति लगाने पर भी कोई कार्यवाही नही होती ।
#devravenbhalavi
9 окт 2024