Are bhai yahin to hum hinduo ka Rona h hindu hi hindu ka dushaman h sab ko apani jati ki padi h wo hindu bad me Manta h jati pahle. Sab apni apni jati ka jhanda uthaye h congres ka hath majboot karne me laga h bahuton ko to secularism banane ka bahut shok ho chala h
उद्धव ठाकरे बालासाहेब ठाकरे जैसे शेर के बेटे हो ही नहीं सकते। उद्धव ठाकरे जो कि राहुल गांधी से उम्र में बड़े हैं और हिंदू सम्राट अपने को कहते हैं वह उनके सामने हाथ जोड़कर उनके पैरो पर झुके हुए नजर आ रहे हैं।
Inspite of that, All the Marathi Manus vote for him, because Money Money only Money.. And all the comments against him are from others not from Maharashtraian
Abhi hamaare jaise Balasaaheb ke supporters ka problem aisa hogaya hai, ki agar Uddhav ko gaali galoch kiya to bhi, Balasaaheb ka insult mehsoos hota hai. Lekin kya kare, *BALASAAHEB HUME MAAF KEEJIYE*
शिवसेना ने बीजेपी को छोड़ा तब लग रहा था बीजेपी का नुक़सान हो जाएगा। लेकिन आज बीजेपी फायदे में हैं। एनसीपी के साथ जो पार्टी जाती है वह कुछ दिनों के बात अपना अस्तित्व खोती है।
जिसके पिताजी आजीवन जिसका विरोध कर रहे थे उसका बेटा आज उन्ही लोगों के तलवे चाट रहे है कितनी शर्म की बात है बाला साहेब ठाकरे जी क्या सोच रहे होंगे की उसका बेटा आज उनका नाम डूबा कर रख दिया। जय श्री राम
मैं कट्टर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता हुं।उद्धव ठाकरे बाला साहेब ठाकरे जी के औलाद नहीं है। बाला साहेब शेर थे।उद्धव ठाकरे गीदड़ है।शेर का बच्चा गीदड़ कैसे होगा।शाला उद्धव वर्णशंकर होगा।
उद्धव ठाकरे से लाखों गुना बेहतर हैं राज ठाकरे लेकिन उन्होंने भी अपनी राजनीति उत्तर भारतीयों की पिटाई से शुरू की । उनका यह कलंक भी अभी तक धुला नहीं है यद्यपि अब वो काफी परिपक्व और सुलझे हुए नेता नजर आते हैं उन्हें उत्तर भारतीयों को साथ लेकर चलना चाहिए
उद्धव ठाकरे ।।। ठोकर ही खायेगा ये जब इंडी के साथ गया तब से ही इनके बुरे दिन सुरु हो गए थे। जो हिंदू होकर हिंदू का नही हूवा वो किसी का नही हो सकता । ईश्वर इसे सद्बुद्धि दे
यह जो श्रीमान जी है मुझे लगता है ठाकरे जी के बेटे हैं इन्होंने भगवा पहन रखा है बात करते हैं हर की इनका यही हाल होना तय है दो कश्तियों का स्वर हमेशा डूबता है इनका डूबना भी संभव है
इसलिये बोलते है, जब बड़ा संगठन बना हो तो राजनीति मे नहीं आना चाहिये, दबदबा कम हो जाता है, बाला साहिब जी ने कभी राजनीति मे नहीं आये, इसलिये वो शेर थे, शेर बनो, नेता नहीं
सभी हिन्दू नेताओं को एकजुट होना चाहिए, नहीं तो बोट की राजनीति करते करते ये अपनी पार्टी ही नहीं धर्म भी बदल सकते हैं। लेकिन हाथ खाली ही रहेगा। हिन्दू बदल सकता है, लेकिन ये कभी भी नहीं बदलने वाले हैं।
उद्धव ठाकरे को हरा कुर्ता ओर हरा गमछा पहने पर ही मुस्लिम समुदाय के वोट मिलेगा यह मुस्लिम समुदाय की गारंटी है। अपना नाम उद्धव खान या उमर😂 खान ठाकरे रख लें। इससे बाला साहेब ठाकरे की आत्मा को ......
हिंदू हृदय सम्राट केवल बाला साहेब ठाकरे ही हो सकते बाकी सब दिखावा है अब हिंदुओ की बायलु खत्म है सब पार्टी मुस्लिम के लिए है जब की 20% के लिए सब है तो100% हिंदुओ की पार्टी कौन सी है ये सनातनी भाई को समझने की जरूरत है आज
मैं देश के सभी हिन्दुओं सें विनम्र विनती करता हूँ कि आप अपने देश,धर्म, संस्कृति की रक्षा के लिए सदैव BJP को वोट करें जो इनको दरकिनार करता है उस नेता का साथ छोर दें चाहे वह अपनी जाति का ही क्यों न हो। जय श्री राम I उद्धव ठाकरे का बुद्धि समाप्त हो गया है नालायक है वह। जब नाश मनूज पर छाता है तो बुद्धि बिबेक मर जाता है। आज यही हाल है उद्धव ठाकरे का।
बालासाब ठाकरे जी फिर जन्म लेगे जब मोदी जी ने इतना किया सब से जद किया उसी गलत फमी में 400की जग 240से ही सतोस करना पड़ा मुस्लिम भाई सही है वोट छोड़ के कुछ भी मगोह दे देगे वोट तो वो काग्रेस को देगे भाई जब इस देस में 2/से 25/हो गए काग्रेस की देन है तो दूसरी पलटी क्यो विस्वास करे
असल मे " बुद्धू व " और संजय रायता को जवानी से मुग्लाई " दरबार" और मुजरा देखने का लगाने का शौक था एसा लगता है जो बाला साहेब जी के रहते पूरा नही हो पाया अब मौका मिला है उसको " प्याज" खाने का । 72 हूरो की चाहत ने बिचारे के शरीर की क्या हालत बना दी ।
सत्ता के लिये इतना मत गीरो के लोग तुम पर हंसे और विश्वसनीयता कम हो जाय। तुमने सब कुछ गंवा दिया, सत्ता के लिये। बाल ठाकरे को याद करो, वो बिना ताज के (बेताज) बादशाह थे। आजके समय में जिसने लोगों का प्यार और विश्वास गंवाया उसने सब कुछ खो दिया। अटल जी ने कहा था सत्ता तो आयेगी, जायेगी उसके पीछे मत घुमा करो। लोगों का प्यार, आत्म सम्मान, भरोसा और आत्म विश्वास जरुरी है। सत्ता के पीछे मत घुमा करो।
मौका है मोदीजी, हिंदू को एक करिये, सिर्फ हिंदू हित कि बात करे, विपक्ष कर नही पायेगा, और मुसलमान कहीँ का नही रहेगा, २९में जीत बीजेपी कि होगी, सेकुलरिज्म छोड़िये, जय श्री राम
बाला साहब ठाकरे का बेटा उद्धव ठाकरे इस तरह से मुसलमानों की चापलूसी की करेंगा,, मुसलमान इक्कठे होकर बाला साहब ठाकरे के घर के बाहर खड़े होकर प्रदर्शन करेंगे,, यह किसी ने कल्पना भी नहीं की थी,, यह सब देख कर बाला साहब की आत्मा रो रही होगी,,
अब तक भी कोई ज्यादा देर नहीं हुई है,श्री उद्धव ठाकरे साहेब को खूब गहराई से शांत चित्त व स्थिर मन से मंथन करना चाहिए, कि उनका खुद का,उनकी पार्टी का और देश का हित किस तरफ जाने में है।अगर ठाकरे साहब दोनों तरफ की मलाई खाने की सोच रखते हैं तो उनका यह रुख उनका राजनैतिक भविष्य चौपट हो जायेगा। उन्हें समझना चाहिए कि यदि वे वक्फ बोर्ड की तरफ जाते हैं तो अपने स्वर्गीय पिता श्री के आदर्शों,सिद्धांतों को नकारते हैं,वो स्थिति क्षणिक सुख भले ही मिल जाए,मगर छवि धूमिल हो जायेगी।दूसरी तरफ ठाकरे साहेब वक्फ बोर्ड के समर्थन में ना होकर विरोध में हों तो उन्हें बहु संख्यक हिन्दुओं का साथ मिलना तय है और इनके द्वारा ऐसा करने से देशहित का महती योगदान साबित होगा। ठाकरे साहेब को बहुत बड़ा राजनैतिक लाभ भविष्य में मिलेगा। ।।वंदे मातरम्।।🇮🇳♥️
उद्धव ठाकरे सर आप महाराष्ट्र के शेर बाला साहेब ठाकरे के बेटे हो. टूट पड़ो उन सभी दुश्मनों पर जो देश को खोखला करने में जुटे हुए हैँ. आज देश का हर नागरिक जो आपके पिता की इज़्ज़त करता है आपके साथ ही खड़ा है. जय हिन्द.
राजे आम्हाला क्षमा असावी , त:हयात आम्ही आपले नाव घेऊन राजकीय सेना बनविली आणि डाव अर्ध्या वर येइसतो वर आम्ही मोगलांशी सलगी करून हिंदुत्वा शी फितुरी केली .. 😢😢😢
शिवसेना शिवसेना को खुद नहीं पता किधर जाने वाली है पर देश के साथ खड़ा होना चाहिए भगवान जो बोली शिवसेना को खुद नहीं पता किधर जाने वाली है पर देश के साथ खड़ा होना चाहिए भगवान जो बोली के साथ खड़ा होना चाहिए देश एक कानून एक संविधान बोर्ड की जमीन सब सरकार लेकर सब लोग जैसे मंदिरों की जमीन पर कब्जा कर लिया सरकार ने ऐसी बागोड को भी अपने कब्जे में लेकर अपने हिसाब से चलना चाहिए सरकार
जो हिंदू उद्धव को छोडकर चले गये वो वापस आना मुश्किल है, उसीतरह मुस्लिम वोटर की मांग नही मानी तो वो भी सारे खिसक जायेंगे, मतलब ठाकरे का सत्तामे आना दूर की बात चुनाव जीतना भी मुश्किल हो गया।