हमारी ग्रह प्रणाली जिसमें पृथ्वी भी शामिल है, उसको बचाने और समृद्धि के लिए सभी सनातनी यानी वैदिक संस्कृति का पालन करने वालों को क्रियायोग के सिद्धांतों पर एकजुट होना होगा कि परमब्रह्म ही सब कुछ है। भगवान श्री कृष्ण द्वारा दिया गया यही संदेश है कि "मैं सभी के हृदय में निवास करता हूँ"। इसी कारण से सनातन/वैदिक धर्म को मानने वाले हिंदू "सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चित्दुःखभाग्भवेत्", "अहं ब्रह्मास्मि", "एकम् सत् विप्रा बहुधा वदन्ति", इत्यादि ब्रह्मज्ञान में विश्वास करते हैं। तभी इस सृष्टि का प्रत्येक अस्तित्व शांतिपूर्ण और समृद्ध बनेगा।
मेरे योगी आदित्यनाथ को मेरा भारत देश के सब नागरिक पहचान रहे हैं जान रहे हैं उनको सब लोग ने मिलकर पीएम का तैयारी कीजिए 2025 में हमारे देश भारत भारत वासियों को आशीर्वाद योगी आदित्यनाथ की तरफ से