बहुत अच्छे तरिकेसे मूर्च्छना समझा दी मॅडम,इसी तरह से बाकी थाट भी कैसे बनेगे ये भी बताये, और तानोके प्रकार कैसे तयार होते ये भी ये भी सुरोंकी रियाझ के लिये बताये
HAPPY NEW YEAR MAM अपने मूर्चना का जो टॉपिक बताया है बहुत अच्छा लगा काफी ज्ञान की प्राप्ति हुई मुझे आपका यह टॉपिक अच्छा लगा और मैं आज पहली बार आपके चैनल से ही मूर्चना को सीखा है Rjhankaar KAITHAL HARYANA
Bahoot sundar bahoot accha Tarika se samjhaya sistar aap ka bahoot bahoot dhanybad isi tarha batate rahenge ham aaplogon se sikhne ka paryatn kar sikhte hai mera parnam sweekar karen
मॅम , आपका किसीभी बातको समझानेका तरीका बहोतही प्रभावी और आकलनयोग्य रहता है। इसके कारण हमारा संगीत अध्ययन प्रवास बहूत ही सुखकर और आसान होजाता है। हार्दिक धन्यवाद मॅम। माता सरस्वती की असीम कृपा आपपर सदैव बनी रहे।
अतिशय सुरेख संगीत शिकविण्याची पद्धत आहे. मूर्च्छना पद्धतीने नवनवीन थाट वाजविता येतात हा शोध खूपच अभिनव,सुरेख आहे. यामुळे स्वरज्ञान फार लवकर होईल असे वाटते. आपले अभिनंदन!!! शशिकांत द. चिंचोरे, बासरीवादक,संगीत समीक्षक पुणे, महाराष्ट्र राज्य,
Radhey Radhe mam Good morning🥱 Mam mane aj tak ase n dekha he na kisi chenl pe dikhaya he ase samjate huve ma saraswati apko sada krupa banaye rakhe. Good blease you mam