रजनी मोरवाल की कहानी - धूप किनारा| Rajani Morwal ki kahaniya | Dhoop Kinara | स्वर - सिम्मी सैनी@kathasahityapro
लेखिका - रजनी मोरवाल
रजनी मोरवाल का जन्म 1 अगस्त को राजस्थान में हुआ । बचपन से ही उन्हें साहित्य में गहरी रुचि रही है । रजनी मोरवाल पिछले 20 वर्षों से लिख रहीं हैं ।
उनका पहला कहानी संग्रह 'कुछ तो बाकी है ..' सन् 2016 में प्रकाशित हुआ । इसके बाद उनकी कहानियों ने नई ऊंचाइयों को पाना शुरू किया ।
हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर के बाद रजनी मोरवाल ने शिक्षिका का पेशा चुना । उनकी कृतियों पर एम. फिल. ,पी.एचडी. एवं शोध कार्य निरंतर किए जा रहे हैं ।
विधाएं - कविता, कहानी, उपन्यास, लेख ।
सम्मान - डॉ रामेश्वर लाल खंडेलवाल 'तरुण' अखिल भारतीय काव्य पुरस्कार , गुजरात साहित्य अकादमी पुरस्कार, स्मिता साहित्य सम्मान , वाग्देवी पुरस्कार , रामचेत वर्मा गौरव पुरस्कार आदि कई प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त किए ।
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11 май 2024