जो लोग कहते हैं कि कबीरपंथी पाखंडी हैं मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं कि यूपी से भी छोटा सा देश इजराइल अपनी मेहनत के दम पर 21 अरब देशों को कंट्रोल में किए हुए हैं और तुम्हारे देवी देवता से संपन्न हिंदुस्तान पाकिस्तान को नहीं संभाल पा रहा है बड़े शर्म की बात है चुल्लू भर पानी मेंडूब जाओ जय भीम जय भारत यूपी बहराइच
Rma Shankar sahab ko koti koti dhanyabad main bhi apke vichar se bahut bahut dhanyawad Prem Chandra sonkar ukra jamunipur akbarpur Ambedkar navgar up Jai bhim jai bharat jai kavir vani
शब्दी को जानें नहीं शब्द माहीं उरझान शब्द मात्र है देवी देवा ईश ब्रहम ओर ज्ञान, बहुत ही करांन्तिकारी सदगुरू संन्त श्री रमांशंकर साहेब जी को हम सादर प्रणाम त्रयबार साहेब बंन्दगी करते हैं (जय कबीर पारख)❤❤🎉🎉😂
साहब जी आपको कोटि कोटि नमन आपने कमाल कर दिया धोती फाड़ कर रुमाल कर दिया दूसरों की है खबर नहीं पर आपने एससी एसटी ओबीसी को निहाल कर दिया जय भीम जय भारत यूपी बहराइच
आदरणीय गुरुजी...जन्से खुशाल जिंदगी...चॅनल पता चला व यह आपका प्रवचन सूना हैं तब से सचाई से अवगत हो गये...बहुत ही कडवा परंतु सत्य वाणी सुनकर दिमाख का काजल ,कार्बन नीकल रहा है ...बहुत सत्य प्रवचन हैं सब...!
हे मेरे प्यारे, आप लगातार खुशहाल जिंदगी टीवी यूट्यूब चैनल को देखिए, समझिए और अपनी गहराई में उतारिए। सैकड़ो प्रवचन उपलब्ध हैं। जो किसी भी आदमी को अंध श्रद्धा और अंधविश्वास की दलदल से बाहर निकाल कर सत्य और यथार्थ के धरातल पर खड़ा कर उसके जीवन को अनंत आनंद और सुकून से भर देता है। देखिए, दिखाइए और ज्यादा से ज्यादा इस चैनल के वीडियो को शेयर करिए... खूब-खूब प्रेम और अनंत साधुवाद!
🙏🙏 नमस्ते गुरूजी सब परथम आप को प्रणाम गुरूजी नाम हैं रवि कुमार सिंह जिला किशनगंज बिहार से गांव खामीगाड़ा रसिया के गुरूजी यही बात मैं हमारे यहा के लोगो को कहे ता हुं तो यहा के लोग उल्टा हमको हू पागल समझ रहे हैं हमारे यहा के लोग भगवान कि पूजा खोब कर रहे हैं और मांस मचली खोब खाते हैं और अपने आप को भगवान की मान ते हैं 🙏🙏🙏🙏🙏💕💕💕💕
शब्द ब्रह्म हैं। अक्षर ब्रह्म हैं। यें वेदों ने उपनिषदों ऋषि ओ ने बताया हें।।जब वह गुंजता रहता है।निराकार है पर वह जब जिव्हा पर आता तब वह सकार हें।तुलसी ने भी दोनों के बारे में बताया।अलग से कबिर के पास कुछ नही हें।ओर जब शब्द ही ब्रह्म है। तों किसी नाम का या गालियों का भी जप करलो तों सिद्धी निश्चय हैं। अतः दुनिया के सारे धर्म पंथ जप करतें हैं।ओर अनुभव कर लेते हैं कि वह हैं।साकार रुप में आराधना करनें वालों को भी उसका दर्शन हुएं हैं।तुलसी सूरदास रसखान प्रभु कों साकार रुप में पायें भी है।। रविदासी ने भी माना हैं पाया है।कबिर केवल एक नकल मात्र हैं। बाल्मिकी ने उल्टा शब्द जाप कर पा लिया था।। पांच तत्व ही जीव उत्पति का कारण है यह ऋषि ओर विज्ञान भी बताते हैं।कबिर उनकी ही बात करता है अलग से कुछ भी नहीं हें कबिर के पास। लल्लुओं। तों राम कृष्ण मोहम्मद अली महावीर स्वामी का जप क्या बुरा हैं कबिर नाम में क्या धरा हें यह नाम भटकायें।असली नाम राम का जिंससे सब तर जाये।।
दोहा बिनु बिस्वास भगति नहिं तेहि बिनु द्रवहिं न रामु। राम कृपा बिनु सपनेहुँ जीव न लह बिश्रामु॥90 क॥ भावार्थ बिना विश्वास के भक्ति नहीं होती, भक्ति के बिना श्री राम जी पिघलते (ढरते) नहीं और श्री रामजी की कृपा के बिना जीव स्वप्न में भी शांति नहीं पाता॥90 (क)॥
Are bhai Kabir ji ka janm to 1398 main hua tha sansar to hajaron varsh pahle se hai sanatan dharm bhi tab parkat huya tha to Jo ram sansar Mai shrashti ke pahle se Hain unko bhajo ye pakhandi na apna bhala karega na tumhara
कबीर पंथी दूसरे पंथ के संत की सिर्फ निंदा करते रहते हैं। कबीर दास जी रामानंदाचार्य जी के शिष्य थे। कबीर दास जी राम राम जपते थे। कबीर पंथी पाखंडी हैं। पाखंडियों से सावधान !! जय श्री राम !