राम राम सन्तोष जी अर झलको राजस्थान आपरा लूँठा प्रयासां रे पाण ही आपनी संस्कृति अर मायड़ भासा जींवती है। सन्तोष जी ने राजस्थानी गीतां सूं जको लगाव है अर गीतां रे प्रति आज-काल के टाबरां री ज़की दूरी है बा घातक है। म्हारा नानीसा सन्तोष जी की तरह गीतेरण हा। बे आज संसार में कोनी पण सन्तोष जी के गीतां ने सुण’र लागे है कि आज भी आपनी संस्कृति जींवती है अर गीत बचेड़ा है। धन्यवाद सन्तोष जी अर टीम झलको राजस्थान 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
खुशबू जी आन्टी जी ने तो राजस्थानी लोक गीतो को खूब सहेज कर रखा है,और आपके चैनल के माध्यम से हर एक राजस्धानी तक इस संस्कॄति को जिन्दा रखने की भरपूर कोशिश की है। लेकिन आपने राजस्थानी वेशभूषा पहनकर जो चार चाॅद लगाऐ है वो काबिल-ऐ-तारीफ है।🎉🎉🙏🙏
बहुत ही शानदार संस्कृति को आगे बढाने के लिए आप जैसी मातृशक्ति का बहुत बहुत साधुवाद खुशबू जी आप भी हमारे राजस्थान की हर कला और संस्कृति को दुनिया में दिखाने के लिए बहुत बहुत साधुवाद
बारिश के दिनों में बारिश के दूध के गाना मोहन जी बारिश के गीत भी होते इंद्रदेव के गीत भी होते हैं वह भी जरूर जरूर आना और राजस्थानी में जय श्री राम जय श्री राधे राधे आपके गीत मैं सुनती हूं और पसंद भी बहुत करती हूं जय श्री कृष्णा❤❤❤❤❤❤👌👍🙏
सनतोषदेवी जी आपकी विनम्रता सराहनीय है संस्कृति का ज्ञान भी अच्छा है राजस्थानी भाषा को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए बस झलको चूरू इसके लिए पूर्ण प्रयास करता रहे परिणाम अवश्य आयेंगे
खुशबू जी और संतोषी देवी जी आपने राजस्थानी कल्चर और राजस्थानी संगीत के लिए मन दिल दिमाग की बातें कहीं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद । ***** Jhalko राजस्थान *****
मैडम जी, राजस्थानी भाषा और संस्कृति को बचाने का आपका प्रयास सराहनीय है। साथ ही एक शिक्षिका मैडम के साथ कवरेज किया गया इंटरव्यू बहुत ही अच्छा लगा। आप दोनों को बहुत बहुत धन्यवाद।
जिस बिटिया ने साक्षात्कार लिया है और जिस बिटिया ने साथ साक्षात्कार दिया है दोनों ही राजस्थानी संस्कृति खुद जगाने वाली बहुत ही सुंदर वार्तालाप है दोनों का आशीर्वाद और धन्यवाद खासकर साक्षात्कार देने वाली बिटिया का बहुत-बहुत धन्यवाद उस बिटिया की सोच और समझदारी मैं हतप्रभ रह गया देख कर धन्यवाद
बहुत सुंदर प्रशंसनीय प्रयास किया है, आपको धन्यवाद देता हूँ, आप जैसी प्रतिभाशाली शिक्षिका ने राजस्थान में हमारी शेखावाटी संस्कृति को जीवित रखने का गीतों को संजोकर रखा है
बहुत ही अच्छी बात कही बहन आपने। व्यक्ति चाहे कितना भी बड़ा बन जाए, कितनी भी तरक्की करले, लेकिन अपनी मातृ भाषा और पेतृक भाषा का सदैव आदर करना चाहिए। मायड़ भाषा 🙏...
हमारा प्यारा राजस्थान राजस्थानी पहनावा तो अलग बात है विष्व में हमारे राजस्थान की होड़ नहीं है ओर विरो ओर देवताओ का धरती है राजस्थान) संस्क्रति हमारे राजस्थान मे हि है
जी थारी बातचीत घणी जोरकी लागी, म्हानै तो गणी खुशी हुई की ताई जी टीचर होकर भी आपणी संस्क्रति नै सागे लिए चाल रिया, जीथारो घणो घणो धन्यवाद, मैं दुबई में हूँ, फेर भी सारी बाता राजस्थानी में करूँ हूँ, बाईसा थारे चैनल का म्हारे हिवडे (दिल )सू धन्यवाद, जय राजस्थान, जय हिंद जय भारत
Salute to you my great both sisters you remembered me my childhood my dad was a army officer once in my childhood i attended a rajsthani marriage then i heard some ladies songs like this musice and sweet voice have no barriers of language from jalandhar
राजस्थान की लतामंगेशकर जी का लोकगीतो के माध्यम से अपनी संस्कृति को बचाने एवं नईपीढी तक उसे पहुंचाने कार्य बहुत ही सराहनीय है। उक्त इन्टरव्यु बहुत ही प्रेरणादायक है बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं।
Respected Santosh Madam ji is praiseworthy.She is saving and encouraging not only the Rajasthani culture but also enriching the Indian culture also.The videographer Madam ji also playing an important role in this historical effort.A lot of thanks for both of them.From Haryana .
नमस्कार मैडम जी आप ने ये जो पूरी तरह से बात बताई है वैरी गुड आप जैसे लोगों की आपणै राजस्थान में कल्चर को संस्कृति को बचाने की कोशिश जरूरी है जीओ हजारोंसाल 🙏🏼🙏🏼🆗️
आपके जेसे ही मेरे विचार है मैं भी पुराने गीतों और संस्कृति को बचाने की बहुत कोशिश करती हूँ और गाती भी हूँ सब जगह गाने भी जाती हूँ आजकल कोई गाने नहीं जाती औरतें जिसे गाना आता है वह भी नहीं जाती यह सोचती है हम गाने जाएगें तो फिर बुलाने लग जाएगें ओर हमें जाना पड़ेगा मैं तो सब जगह जाती हूँ जो भी मुझे आता है वह गाती हूँ आजकल तो पैसे से गाने वाली बुलाते हैं कोई किसी के यहाँ गाने ही नहीं जाती बारां राजस्थान से हूँ आपके विचार जानके बहुत अच्छा लगा
बहुत अच्छे 👌👍 आजकल संस्कृति खत्म हो रही है लेकिन आप जैसे हमारे जैसे लोग कही न कहीं संस्कृति बचाने की अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे है जय जय राजस्थान 🙏🙏
@@apoorvachoudhary7021 बहुत सुंदर मैंने देखा चैनल संतोष जी ने इस कला को इतना सुंदर सजो कर रखा है। मेरे परिवार में माँ और सभी महिलाओं को बड़ा पसंद आये है संतोष जी के गीत। धन्येवाद।
खुशबू जी बहुत अच्छा पुराणा गीत वापस लाओ मन बहुत सोक है खुशबू जी राजस्थानी गीत कि (मैतो घाल चटेलो बागा म गई बागा म बागा मै टुल कालो नाग मेरो कालो चटेलो रेशम को ) (ऐ माँ माहन टाँटिया रो टेवटो खुलाऐ मेरी माँ ओछी गोढी को मेरो बामीड़ो ) (सुती ई थी रँग महल मै सुती नअ आयो जँजाल कुरजाय राँणो भँवर मिलायदो ये सुपनो तो बरी रात दरसाया जी तु तो कुरजाँ माहर गांव कि लाग धर्म कि ऐ भाणा कुरजाँ ये राणो भँवर मिलायदो सँदेसो म्हारा पिया न पुगाद्दो ये)
आप दोनो बहनो का भोत भोत आभार। भगवान आपको सुखी और समृद्ध जीवन दे।आप दोनो ही मरूधरा की संस्कृति की संवाहक है।ना जाने दुनिया थोङा सा पढ लिखकर ही अपनी जङों से क्यों दूर हो जाते है।आप दोनो ही सुशिक्षित होने के साथ सुसंस्कृत भी है। धन्यवाद।
बहुत ही अच्छा लगा की आज भी संस्कृति के रक्षक समाज में हैं, हम सबको संस्कृति की रक्षा के प्रयास करने चाहिए, आज हम दूसरों को दिखाने के लिए अपनी इमेज बनाने के चक्कर में दूसरों से अलग दिखने के प्रयास करते हैं, आजकल कपल डांस की संस्कृति और चल गई जिसमें नाचना नहीं आये तब भी जबरदस्ती हँसी के पात्र बनने लग gye, नहीं नाचो तो लुगाया मुंडो फुला र् बैठ जाँय
Bahut hi badiya. Aap isi tarah Rajasthani sanskriti ko prayas karti rhe Comments karne wale bhaiyon se nivedan h ki apni rajasthani bhasa ya ksetriye bhasa bolne me sharm na kre.
Madam g aaj aap ka desi looks bhut hi acha laga apne miti k geet awesome. Hum apni maati se dur h.aapne to Hamara bachpan yaad dila diya. Lot's of balls for you. Nice good job