रामरक्षास्तोत्रम
' रामरक्षाकवच ' की सिद्धिकी विधि
नवरात्रमें प्रतिदिन नौ दिनोंतक ब्राह्म - मुहूर्तमें नित्यकर्म तथा स्नानादि से निवृत्त हो शुद्ध वस्त्र धारणकर कुशाके आसनपर सुखासन लगाकर बैठ जाइये । भगवान् श्रीरामके कल्याणकारी स्वरूपमें चित्तको एकाग्र करके इस महान् फलदायी स्तोत्रका कम - से - कम ग्यारह बार और यदि यह न हो सके तो सात बार नियमित रूपसे प्रतिदिन पाठ कीजिये । पाठ करनेवालेकी श्रीरामकी शक्तियों के प्रति जितनी अखण्ड श्रद्धा होगी , उतना ही फल प्राप्त होगा । वैसे ' रामरक्षाकवच ' कुछ लंबा है , पर इस संक्षिप्तरूपसे भी काम चल सकता है । पूर्ण शान्ति और विश्वाससे इसका जाप होना । चाहिये , यहाँतक कि यह कण्ठस्थ हो जाय ।
29 янв 2020