हिम्मत सिन्हा (1928 - 8 फरवरी 2023) एक भारतीय दार्शनिक थे, जो भारतीय संस्कृति और दर्शन के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए जाने जाते थे। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के हसनपुर में हुआ था और उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातक तथा मेरठ विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने 1963 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, हरियाणा में प्रोफेसर के रूप में कार्यभार संभाला और वहां 30 वर्षों तक सेवा दी। वह भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद के सदस्य भी रहे और उनके मार्गदर्शन में कई छात्रों ने शोध कार्य किया। उन्होंने 22 पुस्तकों और 200 से अधिक लेखों की रचना की, जिसमें "कम्युनिज्म और गीता" प्रमुख है। 8 फरवरी 2023 को उनका निधन हो गया।
Badi yaad aati hai aapki babu ji . Dekh lo doston insaan to off ho jata hai lekin pechey apne guno ki mehak chord jata hai. sali zindagi ka yeh satya hai. Babu ji ki mrityu ko salaam. Jay bapu jay sambhog.
आप बहुत ज्ञानी है, आप अब मृत्यु के निकट हैं, आपसे निवेदन है कि मृत्यु से पहले आप अपने संपूर्ण ज्ञान, गुण, और विचार से संपूर्ण रामायण का वाचन को सूत्रधार करें, बहुत परिश्रम होगा पर आप सहित बहुतों का कल्याण होगा साथ ही मेरा भी कल्याण हो जाएगा आपके मुख से रामकथा और इसके गूढ़तम बातों को सुनकर 🙏🙏🙏🙏🙏
आप बहुत ज्ञानी है, आप अब मृत्यु के निकट हैं, आपसे निवेदन है कि मृत्यु से पहले आप अपने संपूर्ण ज्ञान, गुण, और विचार से संपूर्ण रामायण का वाचन को सूत्रधार करें, बहुत परिश्रम होगा पर आप सहित बहुतों का कल्याण होगा साथ ही मेरा भी कल्याण हो जाएगा आपके मुख से रामकथा और इसके गूढ़तम बातों को सुनकर 🙏🙏🙏🙏🙏
आप बहुत ज्ञानी है, आप अब मृत्यु के निकट हैं, आपसे निवेदन है कि मृत्यु से पहले आप अपने संपूर्ण ज्ञान, गुण, और विचार से संपूर्ण रामायण का वाचन को सूत्रधार करें, बहुत परिश्रम होगा पर आप सहित बहुतों का कल्याण होगा साथ ही मेरा भी कल्याण हो जाएगा आपके मुख से रामकथा और इसके गूढ़तम बातों को सुनकर 🙏🙏🙏🙏🙏