राव इन्दरजीत में इतना ही दम है तो उसे तुरंत Member of Parliament (MP) से Resignation दे देना चाहिए और फिर हरियाणा की राजनीति करें तब पता चलेगा कि कितना दम है
जब 10 साल में राव साहब के काम नहीं हुई तो आगे आने वाले सालों में काम होने की क्या गारंटी है फिर राव साहब वहां पर क्यों बैठे हैं राव साहब को अपनी नई पार्टी बनानी चाहिए और अपने नए लोगों को वहां पर मौका देना चाहिए और कभी ना कभी तो 100 या 200 सालों में राव साहब की पार्टी हरियाणा में सरकार बना ही लेगी।
Pähle 10 saal Congress me to kya ukhad liya tha ? Jo ab karenge. Ye sari ladai Apni beti ke rajniti chamkane ke liye hai. Janta Jaye bhad me. Dakshin haryana ka beda garak kar Diya, pichle 20 saal se sata me baithe hain.
भारत में तथाकथित बड़ी जाति जो संख्या में कम हैं और मुफ्त की कब्जाई हुई जमीन जायदाद और पैसे के दम पर मूलनिवासियों का दमन करते हैं वो ही सिर्फ हिंदू हैं। बाकी कोई हिंदू नहीं हैं। यहां पिछड़ा शूद्र है और दलित अति शुद्र है। कौनसे हिंदुओं की बात हो रही है जिनकी रक्षा के लिए आने वाले हजार साल में भी कोई पैदा नहीं होने वाला है ? सब नौटंकी है ..
5:57 राव इन्द्रजीत का मामला अपने लोकसभा क्षेत्र गुरुग्राम के विकास से जुड़ा नहीं है बल्कि यह तो एक बहाना है,राव इन्द्रजीत को अपने बेटे,बेटियों और अपने निजि रिस्तेदारो के लिए हरियाणा प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों की आवश्यकता है। यहीं भारत देश में एक ऐसा राजनैतिक नेता रहा है जो लोकसभा चुनाव जीतने के बाद कभी अपने क्षेत्र में नहीं जाता है। यहीं एक मुसत भारत की राजनीति में एक ऐसा नेता रहा है जो आजादी के बाद आज तक भी ख़ुद को राजा मानता है। कभी भी इस व्यक्ति ने अपने क्षेत्र के विकास में सरकार को सहयोग नहीं दिया है। यहीं एक मुसत भारत में पहला राजनैतिक राजा है जिसने अपना चुनाव जीतने के बाद अपने क्षेत्र की जनता में अपनी शक्ल नहीं दिखाई है। चुनाव के समय ही रेलियां और अपने चुनावी क्षेत्र में दौरें करता रहता है और ना ही कभी लोकसभा में अपने हल्के को लेकर आवाज उठाता है। अहंकार और तानाशाही इनके ज़हन में घर बनाते रहे हैं। जिला गुरुग्राम से लेकर महेंद्र गढ़ और रेवाड़ी तक की जनता इस जुमले बाज और स्वयं भोगी तथा स्वार्थी राजनेता से बहुत ही नाराज़ और परेशान चल रही है। यहीं एक मात्र अहीरवाल और क़ौम परस्त नेता हैं जो अपने समस्त परिवार को सत्ता में लाने का प्रयास करता रहता आया है और अपने परिवार की सरकार बनाना चाहता है। अपना घर बनाता है और अपनी जनता के मुद्दों को लेकर कभी गम्भीर नहीं रहता है। अब जब हरियाणा प्रदेश में विधानसभा चुनाव आया है तो अपने बेटे और बेटियों के लिए चुनावी टिकट की मांग को लेकर पार्टियों को धमकाते हुए दबाव बना रहा है। यहीं एक मुसत भारत का पहला राजनैतिक अवसरवादी नेता हैं जो सरकार को अपने स्वार्थ को लेकर पार्टी को अपनी उंगलियों पर नचाना चाहता है। यहीं व्यक्ति है जो देश भर में पारिवारिक राजनिति में विश्वास करता है और दूसरे उन लोगों को राजनीति में मोका नहीं देना चाहता है जिन्होंने अपना पूरा जीवन कार्यकर्ता के रूप में बिताया है।इस😅 दल बदलू और विकसित व्यक्ति पर विश्वास करना मूर्खता है। धन्यवाद सहित। छन्नु राम बावरिया हरियाणा।
Rao Sahab ek no saf chavi ka leader h ye logo ki tarah na to jutti utthate h na kisi se utthwate h or logo ki aadhat h jutti utthani or ushe saf krna😂😂
जो लोग अंग्रेजों के लिए अच्छा काम कर रहे थे उनको राव की उपाधि दी गई थी इसलिए मेरी सभी यदुवंशियों से प्रार्थना है कि अंग्रेजों की दी हुई उपाधि अपने नाम के आगे न लगाए और यदुकुल व कृष्ण भगवान से बड़ी उपाधि क्या होगी इसलिए अपने नाम के साथ राव की बजाय यादव लगाए आपको सिर्फ गुलामो के राजा का एक ही गुलाम प्रवीण राव डिबेट करने के लिए मिलता है राव परिवार बहुत बड़ा मौसम वैज्ञानिक है जिस साइड की हवा चलती है इस साइड हो लेता है लेकिन भाजपा की हवा इतनी खराब नहीं है कि वह अभी भाजपा को छोड़ने की सोच भी सके अगर राव साहब का इतना ही जन आधार है तो अपनी खुद के इंसाफ मंच से इलेक्शन क्यों नहीं लड़ लेता अहीरवाल के लोग उनकी हकीकत को जान चुके हैं और समर्थन सिर्फ भाजपा को ही देंगे मानता हूं इनका कुछ प्रतिशत वोट बैंक बचा हुआ है जो खत्म हो रहा है
अगर राव साहब अहीरवाल रेजीमेंट का गठन करवा देते हैं, तो वो अजेय हो जाएंगे, कोई भी पार्टी या नेता उन का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। लेकिन अब राव साहब को यह सोचना पड़ेगा कि उनके लिए निजी हित बड़े हैं या अहीरवाल रेजीमेंट?? अहीरवाल रेजीमेंट का गठन उनके लिए ब्रह्मास्त्र साबित हो सकता है, अगर वह रेजीमेंट का गठन करवा देंगे तो एक ही गांव में उनके सारे विरोधी चित हो जाएंगे और सारा इलाका राव साहब के समर्थन में बड़ी ताकत के साथ खड़ा हो जाएगा।
Mahendr garh ko apna jila mukhyalay chahiye or narnaul ko alag jila banaya jana chahiye or IMT khudana ka kaam suru karwaya jana chahiye nahi to mahendr garh ko bhul jana BJP walo
Sir ji ese logo ke sath esa hi hona chahiye.Rao sahb apni itni hi importance mante h to apni party kyo nhi bna lete fir apne sare ristedaro ko tickets thete rho ground ki hkikat pta chel jayga. ese log khamkhwah apni importence bnate h. hath plle 2-3 sheet hi hoti h aur inko chahiye CM/PM ka ohda.
Rou shaab ko apni public k chinta nhi hui ..apni beti ko ticket nhi dila pa raha 10 saal s . Swarth k rajniiti h bjp n bana diya cm .congress m raja tha
Rao Saheb congress me Nahi jayenge.kyoki bjp ne inderjeet ko samman Diya hai.or bjp ne Rao Saheb ko APNI riyast badhane ke liye khuli chhut de Rakhi Hai ,jisme Rao Saheb jamine hadapne ka Kam khulkar kar raha hai
Ye kahi pe bhi jaha is ke naam par kon vote karega.ab janta jagrup hai usko chunegi jo kaam karenga.Usko ko nhi jo 5 saal mahal me rahe Or kewal chunavo ke time dikhe
मोदी जी ये जो लॉबी बीजेपी का बेड़ा गर्क कर रही है इनका इलाज कीजिए। आज जो मीटिंग है उसमें जो लॉबी नुक्सान कर रही है, उनका दिमाग खराब हो चुका है.. प्लीज इनको अपनी जगह दिखाओ।